झालाना लेपर्ड सफारी जयपुर 2024 | Jhalana Leopard Safari in Hindi 2024 | Jhalana Leopard Reserve in Hindi 2024 | Jhalana Leopard Reserve Complete Travel Guide in Hindi 2024 | Timings | Entry Fee | Safari Booking

झालाना लेपर्ड रिज़र्व का इतिहास – History of Jhalana Leopard Reserve in Hindi

Leopard in Jhalana Leopard Reserve, Jaipur

जयपुर शहर में मालवीय नगर जैसे विकसित इलाके के एकदम नजदीक स्थित झालाना लेपर्ड रिज़र्व शायद भारत का सबसे छोटा सरंक्षित वन्यजीव क्षेत्र है। इस सरंक्षित वन का कुल क्षेत्रफल मात्र 24 वर्ग किलोमीटर है। लगभग 38 तेंदुओं की आबादी वाला यह वन क्षेत्र बहुत तेजी से विश्व पटल पर अपनी पहचान बना रहा है।

जयपुर के झालाना क्षेत्र में स्थित इस वन क्षेत्र पर 1860 तक जयपुर राजपरिवार द्वारा निजी संपत्ति के तौर पर उपयोग किया जाता था। उस समय झालाना के जंगलों में वन्यजीवों की संख्या बहुत अधिक थी इसलिए राजपरिवार के सदस्य यहाँ पर शिकार खेलने के लिये आया करते थे।

राजपरिवार के सदस्यों के अलावा आसपास के गांव से लोग अपने जीवनयापन के लिए लकड़ी, चारा और अपनी जरूरत का सामान लेने के लिए आया करते थे। 1862 में पहली बार इस जंगल में व्यस्थित प्रबंधन स्थापित करने के लिए अंग्रेजों ने डॉ. ब्रैंडिस को इस जंगल का आई.जी. बना कर यहां भेजा।

झालाना लेपर्ड रिज़र्व के वन्यजीव – Jhalana Leopard Reserve Wildlife in Hindi

Hayena in Jhalana Leopard Safari, Jaipur

झालाना लेपर्ड रिज़र्व तेंदुओं का प्राकृतिक आवास स्थल है और झालाना के जंगल में सबसे ज्यादा पाया जाने वाले वन्यजीव तेंदुआ है। तेंदुओं की अधिक संख्या और अन्य वनजीवों की उपलब्धता की वजह से झालाना लेपर्ड रिज़र्व ने बहुत ही कम समय में वन्यजीव प्रेमियों और पर्यटकों में बहुत तेजी से लोकप्रियता हासिल की है। झालाना लेपर्ड लेपर्ड रिज़र्व को तीन भागों में बांटा गया है जिसमे “शिकार की होदी” वाले जोन में तेंदुआ दिखाई देने की सबसे ज्यादा संभावना रहती है। तेंदुए के अलावा इस लेपर्ड रिज़र्व में चीतल, डेजर्ट फॉक्स, धारीदार लकड़बग्गा और गोल्डन जेकाल जैसे वन्यजीव भी झालाना लेपर्ड रिज़र्व में पाये जाते है। कुछ स्थानीय पक्षियों की प्रजातियां भी इस रिज़र्व में पायी जाती है जैसे डस्की ईगल, उल्लू, चित्तीदार उल्लू और भारतीय पिट्टा जैसे पक्षी देखे जा सकते है।

झालाना लेपर्ड सफारी में प्रवेश शुल्क – Jhalana Leopard Safari Ticket Price in Hindi

Peacock in Jhalana Leopard Reserve, Jaipur

झालाना लेपर्ड सफारी में भारतीय पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 386/- रुपये (जिप्सी के साथ) प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है और विद्यार्थियों के लिए प्रवेश शुल्क 356/- रुपये (जिप्सी के साथ) प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है।

विदेशी पर्यटकों के लिए  प्रवेश शुल्क 600/- रुपये (जिप्सी के साथ) निर्धारित किया गया है। “शिकार की होदी” तक जाने के लिए अतिरिक्त शुल्क लिया जा सकता है। झालाना लेपर्ड सफारी में हाफ डे सफारी और फुल डे सफारी की सुविधा भी उपलब्ध है जिसके लिए अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है।

झालाना लेपर्ड सफारी के प्रवेश शुल्क में बदलाव किया जा सकता है। ऑनलाइन सफारी बुकिंग के बजाय झालाना लेपर्ड रिज़र्व के टिकट विंडो से बुकिंग करना ज्यादा उचित रहेगा।

झालाना लेपर्ड सफारी घूमने का सबसे अच्छा समय –  Best time to visit Jhalana Leopard Reserve in Hindi

Bird in Jhalana Leopard Safari, Jaipur

वैसे तो झालाना लेपर्ड सफारी पूरे वर्ष पर्यटकों के लिए खुला रहता है। लेकिन बारिश के मौसम के बाद नवंबर से लेकर मार्च तक का समय झालाना लेपर्ड रिज़र्व घूमने का समय सबसे अच्छा है।

झालाना सफारी पार्क टाइमिंग – Jhalana Leopard Safari Timing in Hindi

S.NO MONTH DAY TIME EVENING TIME
01 1 अगस्त से 31 अक्टूबर सुबह 6.45 बजे से 9.15 बजे तक दोपहर 3.45 बजे से 6.15 बजे तक
02 1 नवंबर से 30 जनवरी सुबह 7.30 बजे से 9.30 बजे तक दोपहर 3.15 बजे से 5.45 बजे तक
03 1 फरवरी से 31 मार्च सुबह 6.15 बजे से 8.45 बजे तक दोपहर 3.45 बजे से 6.15 बजे तक
04 1 अप्रैल से 31 मई सुबह 5.45 बजे से 8.15 बजे तक शाम 4.15 बजे से 6.45 बजे तक
05 1 जून से 31 अगस्त सुबह 5.45 बजे से 8.15 बजे तक शाम 4.45 बजे से 7.15 बजे तक

नोट:- झालाना लेपर्ड सफारी देखने के समय में बदलाव संभव है

ADDRESS: झालाना सफारी पार्क, मालवीय औद्योगिक क्षेत्र, शीर्ष सर्कल, मालवीय नगर, जयपुर, भारत

झालाना लेपर्ड सफारी के आसपास घूमने की जगह  – Tourist Place Near Jhalana Leopard Reserve in Hindi

रणथम्भौर दुर्ग, रणथम्भौर नेशनल पार्क , रणथम्भौर नेशनल पार्क टाइगर सफारी, पुष्कर, जयपुर भाग-01जयपुर भाग-02, , जयपुर भाग-03, हाथी गांव, गोविंददेवजी मंदिर, आमेर किला, कोटा, केवलादेव घना पक्षी विहारसरिस्का टाइगर रिज़र्व, भानगढ़ किला इसके अलावा उत्तर प्रदेश भी एक नजदीकी राज्य है यहां पर मथुरा, वृन्दावन और आगरा भी घूमने जा सकते है |

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