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हम्पटा पास – Hampta Pass in Hindi

मनाली से मात्र 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जोबरा नाम की जगह से शुरु होने वाला हम्पटा पास ट्रेक वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के सबसे प्रसिद्ध ट्रैकिंग डेस्टिनेशन में से एक है। मूलरूप से हम्पटा पास हिमालय की कुल्लू घाटी और लाहौल घाटी को जोड़ने वाला एक दर्रा है। इस पास के एक तरफ कुल्लू घाटी के अधिकतम ऊंचाई वाले अल्पाइन घास के मैदान है और दूसरी तरफ लाहौल घाटी का पथरीला बंजर रेगिस्तान है।

समुद्रतल से 4270 मीटर (14039 फ़ीट) की ऊंचाई पर स्थित इस दर्रे का नामकरण मनाली के पास स्थित सेथन गाँव के नीचे स्थित हमता गाँव के नाम पर किया गया है। लाहौल घाटी और कुल्लू घाटी के चरवाहे गर्मियों के मौसम में अपने जानवरों को चराने के लिये हम्पटा पास पर स्थित अधिकतम ऊंचाई वाले घास के मैदानों का उपयोग किया करते है।

वर्तमान में हम्पटा पास वैसे तो हिमाचल प्रदेश का सबसे प्रसिद्ध ट्रैकिंग डेस्टिनेशन है जहाँ आप इस पूरे ट्रेक के दौरान झरने, नदियां, ग्लेशियर, खुले अल्पाइन घास के मैदान, पाइनवुड, छोटी झीलें और रोडोडेंड्रोन जंगल में से होकर गुजरते है। इन सब के अलावा हम्पटा पास से आपको माउंट देव टिब्बा और माउंट इंद्रसन जैसे हिमालय के 6000 मीटर की ऊंचाई वाले विशालकाय पर्वत भी देखने को मिलते है।

यहाँ पर वाइल्डफ्लावर और कई प्रकार विशेष जड़ी बूटियां भी पाई जाती है जो कक सिर्फ 3000 मीटर से लेकर 3800 मीटर की ऊंचाई पर ही उग सकती है। इन सब बातों के अलावा हम्पटा पास ट्रेक करने वाले वाले कुछ ट्रेकर्स के मन में कुछ सवाल होते है। आज के इस ब्लॉग में आप के इन्ही सवालों के जवाब देने का प्रयास करूँगा…

01 हम्पटा पास ट्रेक कहाँ से शुरू होता है ?

02 हम्पटा पास ट्रेक में कितना टाइम लगता है ?

03  हम्पटा पास ट्रेक के दौरान क्या- क्या सुविधा मिलती है ?

04 क्या हम्पटा पास ट्रेक सुरक्षित है ?

05 हम्पटा पास ट्रेक में कितना खर्च आता है ?

06 हम्पटा पास ट्रेक करने का सबसे अच्छा टाइम क्या है ?

07 हम्पटा पास का इतिहास क्या है ?

08 हम्पटा पास ट्रेक कितना मुश्किल है ?

हम्पटा पास ट्रेक – Hampta Pass Trek in Hindi

Hampta Pass Trek | Ref Image

हिमाचल प्रदेश के मनाली के पास में स्थित हम्पटा पास ट्रेक हिमालय की कुल्लू घाटी और लाहौल घाटी को जोड़ने वाला एक ऐसा गलियारा है जो आपको एक बहुत ही अलग प्राकृतिक परिदृश्य प्रस्तुत करता है। इस पास के एक तरफ आपको खूबसूरत अल्पाइन घास के मैदान दिखाई देते है और वहीं दूसरी तरफ आपको हिमालय के विशाल वनस्पति विहीन पहाड़ दिखाई देते है जहाँ चारों तरफ आपको बर्फ से ढके हुए पहाड़ दिखाई देते है।

लगभग 3048 मीटर (10000 फ़ीट) की ऊंचाई से शुरू होने वाले इस पूरे ट्रेक के दौरान आप 4270 मीटर (14039 फ़ीट) की ऊंचाई तक जाते है। हिमाचल कर सेथन गांव के पास के स्थित जोबरा से शुरु होने वाले इस ट्रैक से आप चिका और बालू का घेरा होते हुए हम्पटा पास ट्रेक के समिट तक पहुँचते है, और हम्पटा पास से चतरू होते हुए वापस मनाली पहुंच जाते है।

वैसे आप चाहे तो आप हम्पटा पास से वापस जोबरा भी आ सकते है यह पूरी तरह से आप पर निर्भर या फिर उस ट्रैकिंग एजेंसी पर निर्भर करता है जिनके साथ आप यह ट्रेक कर रहे है। कुल 04 से 05 दिन के हम्पटा पास ट्रेक के दौरान आप झरने, नदियां, ग्लेशियर, खुले अल्पाइन घास के मैदान, पाइनवुड, छोटी झीलें, अखरोट, ओक, देवदार और रोडोडेंड्रोन के घने जंगलों से होकर गुजरते है।

इसके अलावा जब हम हम्पटा पास समिट करके चतरू की तरफ बढ़ते है तो इस जगह का प्राकृतिक परिदृश्य एकदम बदल जाता है। अब आपको लाहौल घाटी के पथरीले बंजर हिस्से और उबड़ खाबड़ इलाकों को पार करते हुए चतरू तक पहुंचना होता है जो कि आपको एकदम से एक अलग अनुभव प्रदान करता है।

यहां पर में आपको यह बताना चाहूंगा कि चतरू को हम्पटा पास, रोहतांग पास और स्पीति घाटी के संगम के रूप में भी जाना जाता है। इसके अलावा कई ट्रैकिंग एजेंसी आपको हम्पटा पास ट्रेक पैकेज में चतरू से चंद्रताल झील तक भी लेकर जाती है और फिर वहाँ से आपको वापस चतरू होते हुए मनाली लेकर आती है।

अब हम यहाँ थोड़ा इस ट्रैक के बारे में बात कर लेते है कि यह किस श्रेणी का ट्रैक है। तो इसके बारे में आपको यह बताना चाहूंगा कि हम्पटा पास ट्रेक एक मध्यम कठिनाई की श्रेणी वाला ट्रेक माना जाता हूं जिसके लिये आपका शारीरिक रूप से स्वस्थ होना बहुत जरूरी माना जाता है। क्योंकि आप जैसे-जैसे इस ट्रैक में ऊंचाई तक पहुंचते है वैसे-वैसे वनस्पति भी कम होती जाती है और इस वजह से यहाँ पर ऑक्सीजन भी कम होती जाती है।

दूसरा में आपको यह कहना चाहूंगा कि अगर आप एक अनुभवी ट्रैकर है तो आप यह ट्रेक अपने आप से भी कर सकते है बस आपके पास ट्रैकिंग से जुड़े हुए सभी तरह का सामना उपलब्ध हो।

इसके अलावा अगर आप के पास किसी भी तरह की ट्रैकिंग का पूर्व अनुभव नहीं है तो आप इस ट्रैक को किसी अनुभवी ट्रेक गाइड या फिर किसी अच्छी ट्रैकिंग एजेंसी के साथ यह ट्रेक करना चाहिए यह आपके लिए सुरक्षित भी होगा और सुविधा जनक भी। अगर आपको किसी भी प्रकार का ट्रैकिंग अनुभव नहीं तो आप भूलकर भी इस ट्रैक को अकेले नहीं करें।

हम्पटा पास ट्रेक – पहला दिन – मनाली से जोबरा (दुरी 18 किलोमीटर) – अवधि (02 घंटा ) सड़क मार्ग द्वारा

हिमाचल प्रदेश में स्थित हम्पटा पास ट्रेक का बेस कैंप मनाली है और लगभग सभी ट्रैकिंग एजेंसी इस ट्रेक की शुरुआत मनाली से ही करती है। ट्रेक के पहले दिन आपको मनाली से सेथन गांव होते हुए जोबरा पहुंचना होता है जो की हम्पटा पास स्टार्टिंग पॉइंट माना जाता है। जोबरा पहुँचने के बाद आपको और आपके साथी ट्रेकर्स को इस ट्रेक के बारे में जानकारी दी जाती है की आपको यह पूरा ट्रेक किस प्रकार पूरा करना है।

इसके बाद लगभग 01 घंटे का ट्रेक करके आप जोबरा कैंपसाइट तक पहुंच सकते है जहाँ पर आपको आज का रात्रि विश्राम करना होता है। इसके अलावा आप चाहे तो चिका तक भी जा सकते है और वहां पर आप रानी का नाला नाम के जगह के पास में अपना कैंप तैयार कर सकते है।

लेकिन ज्यादा सही यही रहेगा की आप जिस किसी भी ट्रेकिंग एजेंसी के साथ यह ट्रेक कर रहे है उनके ट्रेक प्लान के अनुसार ही यह ट्रेक पूरा करें। या फिर आप अगर किसी ट्रेक गाइड के साथ यह ट्रेक कर रहे है तो फिर उनके अनुसार यह ट्रेक पूरा करें।

हम्पटा पास ट्रेक – दूसरा दिन – जोबरा से जवारा (दुरी 05 किलोमीटर) – अवधि (05 घंटा ) ट्रेक द्वारा | ऊंचाई 9,380 फीट से 11,200 फीट

हम्पटा पास ट्रेक के दूसरे दिन आपको जोबरा से रानी का नाला होते हुए जवारा पहुँचना होता है। जोबरा से जवारा की दुरी मात्र 05 किलोमीटर है जिसे पूरा करने में आपको लगभग 05 घंटे का समय लग जाएगा। हम्पटा पास ट्रेक के दूसरे दिन जवारा आपकी दूसरी कैम्पसाइट है जहाँ पर रात्रि विश्राम करते है और अपने शरीर को अधिक ऊंचाई वाली जगह के लिए अभ्यस्थ बनाते है।

हम्पटा पास ट्रेक – तीसरा दिन – जवारा से बालू का घेरा (दुरी 05 किलोमीटर) – अवधि (05 घंटा ) ट्रेक द्वारा | ऊंचाई 11,200 फीट से 12,410 फीट

हम्पटा पास ट्रेक के तीसरे दिन आपको सुबह जल्दी नाश्ता करके जवारा से बालू का घेरा तक पहुंचना होता है। बालू का घेरा से आपको बर्फ में ढके हुए हिमालय के विशाल पहाड़ नजदीक से दिखाई देने लग जाएंगे। ट्रेक के तीसरे दिन आपकी कैंपसाइट ट्रैकिंग एजेंसी के द्वारा बालू का घेरा में लगाई जाती है।

हम्पटा पास ट्रेक – चौथा दिन – बालू का घेरा से हम्पटा पास और सियागोरु (दुरी 05 किलोमीटर) – अवधि (09 घंटा ) ट्रेक द्वारा | ऊंचाई 12,410 फीट से 14,039 फीट | 14,039 फीट से 12,865 फीट

हम्पटा पास ट्रेक का चौथा दिन इस ट्रेक का सबसे महत्वूपर्ण और सबसे ज्यादा थकाने वाला दिन भी होता है। आज के दिन आप सुबह जल्दी नाश्ता करके बालू का घेरा से हम्पटा पास के लिए ट्रेक शुरू करते है।  हम्पटा पास पहुंच कर जब आप अपना ट्रेक समिट कर देते है तो आपको आज ही के दिन सियागोरु भी पहुंचना होता है जो की लाहौल घाटी की तरफ ढलान में स्थित एक घास का मैदान है।

हम्पटा पास से आप जैसे ही सियागोरु की तरफ ट्रेक शुरू करते है तो प्राकृतिक परिदृश्य पूरी तरह से बदल जाता है। जहाँ आप इस ट्रेक की शुरुआत हरभरे जंगलों से करते है वहीँ आप के सामने पथरीले, बंजर और वनस्पति विहीन पहाड़ होते है।

हम्पटा पास ट्रेक – पाँचवा दिन – सियागोरु से छत्रु (दुरी 06 किलोमीटर) – अवधि (05 घंटा ) ट्रेक द्वारा | ऊंचाई 12,865 फीट से 10,900 फीट

हम्पटा पास ट्रेक के पाँचवें दिन को आप वैसे इस ट्रेक का आखरी दिन भी मान सकते है। आज के दिन आप सियागोरु से ट्रेक करके छत्रु पहुँचते है। सियागोरु से छत्रु पहुँचने में आपको कुल 05 से 06 घंटे का समय लग सकता है। छत्रु पहुँचकर आप पास में ही स्थित चन्द्रताल झील भी देखने जा सकते है जिसकी तुलना पेंगोंग लेक से भी की जाती है। चन्द्रताल झील देखने के बाद आप वापस छत्रु लौट कर अपनी कैंपसाइट में रात्रि विश्राम कर सकते है।

हम्पटा पास ट्रेक – छठा दिन – छत्रु से मनाली (दुरी 61 किलोमीटर) – अवधि (02 घंटा ) सड़क मार्ग द्वारा

हम्पटा पास ट्रेक का छठा दिन आधिकारिक रुप से अंतिम दिन माना जाता है। क्योंकि आज के दिन आप छत्रु से टैक्सी के द्वारा वापस मनाली पहुंच जाते है।

हम्पटा पास ट्रेक रूट – Hampta Pass Trek Route in Hindi

Hampta Pass Trek Route | Ref Image

रूट 01 – मनाली – जोबरा – जवारा – बालू का घेरा – सियागोरु – छत्रु – मनाली

रूट 02 – मनाली – जोबरा – जवारा – बालू का घेरा – जवारा – जोबरा – मनाली

हम्पटा पास ट्रेक के लिए सबसे अच्छा समय – Best Time for Hampta Pass Trek in Hindi

Best Time For Hampta Pass Trek | Ref image

अब जब हम हम्पटा पास ट्रेक करने के सबसे अच्छे समय के बारे में बात करते है तो में आपको यहाँ बताना चाहूँगा की हम्पटा पास ट्रेक वर्ष में सिर्फ 06 महीने के लिये ही किया जा सकता है। अधिकतम ऊँचाई पर स्थित क्षेत्र होने की वजह जे सर्दियों के मौसम में यहां पर कई फ़ीट बर्फबारी होती है जिस वजह से इस जगह पर ट्रेक करना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं माना जाता है।

बाकी आप मई महीने के दूसरे सप्ताह से लेकर अक्टूबर महीने के दूसरे सप्ताह तक हम्पटा पास ट्रेक कर सकते है लेकिन यह ट्रेक करने का सबसे अच्छा समय जून महीने के प्रथम सप्ताह से लेकर सितंबर महीने के अंतिम सप्ताह को माना जाता है। मई महीने में आपको हम्पटा पास के पास बहुत ज्यादा बर्फ मिल सकती है इसलिए हो सकता है कि साल के इस समय आपको हम्पटा पास का समिट किये बिना ही वापस लौटना पड़े।

लेकिन जून महिने में आप जब यह ट्रेक करते है तो आपको सिर्फ बालू का घेरा के आगे ही बर्फ देखने को मिल सकती है। इसके अलावा मॉनसून सीजन में यहाँ पर ट्रेक की पगडण्डी और घास के मैदानों में अलग-अलग प्रजाति के फूल देखने को मिल सकते है।  हालांकि आप अक्टूबर महीने में यह ट्रेक कर सकते है लेकिन अधिकांश ट्रैकिंग एजेंसी सिर्फ सितंबर महीने के अंतिम सप्ताह तक ही यह ट्रेक करवाती है।

इसका सीधा- सीधा मतलब है कि अगर आप अक्टूबर महिने में यह ट्रेक करना चाहते है तो फिर आप किसी गाइड की सहायता से यह ट्रेक कर सकते है। लेकिन साल के इससे समय यहाँ पर बहुत तेज बर्फबारी होना शुरू हो चुकी होती है इसलिए संभावना है की साल के इस समय आप यह ट्रेक पूरा ना कर पाए।

हम्पटा पास ट्रेक का तापमान – Temperature of Hampta Pass in Hindi

01 जून में हम्पटा पास का तापमान – Hampta Pass Temperature in June in Hindi

जून महीने का तापमान – अधिकतम: लगभग 15℃ to 20℃ / न्यूनतम: लगभग 1℃ to 5℃

(वर्ष के इस समय बालू का घेरा के बाद बर्फ मिलने की प्रबल संभावना रहती और साथ मे किसी भी समय बर्फबारी होने की संभावना भी बनी रहती है)

02 जुलाई में हम्पटा पास का तापमान – Hampta Pass temperature in July in Hindi

जुलाई महीने का तापमान – अधिकतम: लगभग 15℃ to 20℃ / न्यूनतम: लगभग 1℃ to 5℃

03 अगस्त में हम्पटा पास का तापमान – Hampta Pass temperature in August in Hindi

अगस्त महीने का तापमान – अधिकतम: लगभग 15℃ to 20℃ / न्यूनतम: लगभग 1℃ to 5℃

04 सितंबर में हम्पटा पास का तापमान – Hampta Pass temperature in September in Hindi

अगस्त महीने का तापमान – अधिकतम: लगभग 15℃ to 20℃ / न्यूनतम: लगभग 1℃ to 5℃

हम्पटा पास ट्रेक कॉस्ट – Hampta Pass Trek Cost in Hindi

Chandra Tal Lake | Himachal Pradesh

हम्पटा पास ट्रेक एक मध्यम श्रेणी की कठिनाई वाला ट्रेक माना जाता है। हाल ही के कुछ वर्षों में इस ट्रेक पर ट्रेकर्स की आवाजाही भी बहुत बढ़ गई है। अभी के समय यहां पर जितने भी ट्रैकर आ रहे है उनमें से अधिकांश ट्रैकर खुद से यह ट्रेक पूरा कर रहे है। लेकिन यहाँ पर यह बात भी ध्यान देने योग्य है कि जो भी यह ट्रेक पूरा कर रहे है वह सभी अनुभवी ट्रेकर्स है और उनके पास ट्रैकिंग से संबंधित सभी प्रकार की सामग्री पहले से उपलब्ध रहती है।

इस वजह से उनके लिए यह ट्रेक पूरा करना आसान भी होता है और सस्ता भी इसलिये उनको यह ट्रेक पूरा करने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती है। अगर आप अकेले यह ट्रेक करना चाहते है तो फिर आप किसी अनुभवी ट्रेक गाइड के साथ यह ट्रेक आसानी से पूरा कर सकते है। लेकिन यहां पर आपको इस ट्रैक के दौरान काम आने वाली सभी चीजें खुद से खरीदनी होगी या फिर किराये पर लेनी होगी जो कि आप के लिए एक समस्या का कारण बन सकता है।

वहीं आप जब यह ट्रेक किसी भी ट्रेकिंग एजेंसी के साथ यह ट्रेक कर रहे है तो वो लोग आपके लिए इस ट्रैक के दौरान काम आने वाली हर सामग्री की व्यवस्था पहले से करके रखते है। अगर आप किसी ट्रैकिंग एजेंसी के साथ यह ट्रेक कर रहे है तो आप यह ट्रेक 5000 रुपये से लेकर 10000 रुपये तक यह पूरा ट्रेक कर सकते है। यहाँ पर ट्रेक के दौरान मिलने वाली सुविधाओं के ऊपर इस ट्रैक की लागत निर्भर करती है।

नोट :- अगर आप एक अनुभवी ट्रेकर नहीं है तो आप इस ट्रेक पर अकेले नहीं जाएँ जहाँ तक हो सके किसी अनुभवी ट्रेकर के साथ ही यह ट्रेक करें या फिर किसी अच्छी ट्रैकिंग एजेंसी के साथ यह ट्रेक करें। 

हम्पटा पास ट्रेक शुल्क में शामिल सुविधाएँ – Facilities included in Hampta Pass Trek Cost in Hindi

01 ट्रेक के पहले दिन से लेकर आखरी दिन तक रुकने की व्यस्था।

02 ट्रेक के पहले दिन से लेकर आखरी दिन तक खाने की व्यवस्था। (अधिकांश ट्रेकिंग एजेंसी सिर्फ शाखाहारी भोजन ही प्रदान करती है )

03 कैंपिंग शुल्क – सभी तरह के ट्रैकिंग परमिट और फारेस्ट कैंपिंग शुल्क ट्रेक पैकेज में सम्मिलित होते है।

04 ट्रैकिंग उपकरण – ट्रेक के दौरान आप लोगों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले कैंपिंग टेंट और स्लीपिंग बैग ट्रैकिंग एजेंसी के द्वारा दिए जाते है। इसके अलावा जरुरत पड़ने पर आपको रस्सी, बर्फ की कुल्हाड़ी, गैटर और सूक्ष्म स्पाइक्स भी दिए जाते है।

05 सुरक्षा उपकरण – ट्रेक के दौरान किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए ट्रैकिंग एजेंसी सभी शिविरों में चिकित्सा किट, स्ट्रेचर, प्राथमिक चिकित्सा और ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था पहले से करके रखती है।

सुविधाएँ हम्पटा पास ट्रेक शुल्क में शामिल नहीं – Facilities not included in Hampta Pass Trek Cost in Hindi

01 बेस कैंप से आने जाने के लिए परिवहन – हम यह मान कर चलते है की ट्रेकिंग एजेंसी आपको मनाली  से लेकर जोबरा  लेकर जाने की व्यवस्था साझा टैक्सी के द्वारा करती है। अब मनाली से जोबरा जाने के लिए टैक्सी का जितना भी खर्चा होता है वो सभी ट्रेकर्स को बराबर-बराबर भुगतना करना होता है।

02  ट्रैकिंग एजेंसी ट्रेक के दौरान  ख़रीदे गए भोजन का शुल्क ट्रेक कॉस्ट में सम्मिलित नहीं करती है।

03 अगर आपके पास बैकपैक है तो आपको उसके लिए अतिरिक्त शुल्क देना होगा।

नोट :- 01 किसी भी तरह की ट्रैकिंग एजेंसी के साथ हम्पटा पास ट्रेक करने से पहले सभी तरह की शर्तों के बारे में जान लें। 

02 हम्पटा पास ट्रेक के दौरान मिलने वाली सभी तरह की सुविधाओं के बारे में ट्रेक शुरू होने से पहले अच्छी तरह से जानकारी करलें। 

03 हम्पटा पास  ट्रेक की लागत लगभग सभी ट्रैकिंग एजेंसीज की अलग होती है। 

04 ऊपर बताई गई सभी तरह की लागत अनुमानित है इस पर हमारी की किसी भी प्रकार की जवाबदेही नहीं है।

05 सभी ट्रैकिंग एजेंसीज के नियम और शर्तें और ट्रेक के दौरान दी जाने वाली सुविधाएँ अलग-अलग हो सकती है। 

हम्पटा पास ट्रेक के लिए टिप्स – Tips For Hampta Pass Trek in Hindi

Hampta Pass Trek Tips | Ref Image

01 पहचान पत्र

02 मफलर

03 पानी की बोतल ( 3-5 से लीटर )

04 ड्राई फ्रूट्स और पैकेट फ़ूड

05 गरम कपड़े ( स्वेटर / जैकेट / पुल ओवर )

06 पोंचो / रेन कोट ( बारिश के मौसम के लिए )

07 धुप का चश्मा

08 टोर्च / पॉवर बैंक / कैमरा के लिए एक्स्ट्रा बैटरी

09 कैंपिंग का सामान अगर संभव हो। ( चटाई / स्लीपिंग बैग )

10 इलेक्ट्रॉनिक सामान को बारिश से बचाने के वाटरप्रूफ बैग।

11 नींबू और नमक या इलेक्ट्रोलाइट पाउडर/पेय (इलेक्ट्रल/गेटोरेड/ग्लूकॉन डी)

12 ट्रैकिंग शूज / ट्रैकिंग पेंट / क्विक ड्राई टीशर्ट /केप

13 सीटी (आपात स्थित के लिए )

14 प्राथमिक चिकित्सा किट :-  कैंची, सनस्क्रीन (एसपीएफ़ 50+), बैंड एड्स (वाटर प्रूफ), एनाल्जेसिक स्प्रे (रिलीस्प्रे, वोलिनी), एंटीसेप्टिक लिक्विड (सेवलॉन, डेटॉल), एंटीसेप्टिक पाउडर (पोविडोन-आयोडीन आधारित पाउडर जैसे सिप्लाडाइन, सेवलॉन), पट्टी, रुई, क्रेप पट्टी आदि।

15 दवाइयां :- बुखार, सिरदर्द, मोशन सिकनेस, लूज़ मोशन, उल्टी और एसिडिटी आदि ।

16 हम्पटा पास ट्रेक शुरू करने से पहले मौसम के बारे में जरूर पता करें।

17 अगर आप को पहाड़ों में ट्रैकिंग का अनुभव नहीं है तो अपने साथ स्थानीय गाइड कर सकते है।

18 ट्रेक शुरू करने से पहले आप जिस ट्रैकिंग एजेंसी के साथ यह ट्रेक कर रहे है तो आप सबसे पहले यात्रा कार्यक्रम की जानकारी जरूर लेना ना भूले

19 ट्रेक शुरू करने से पहले गौमुख तपोवन ट्रेक से जुड़े हुए नियमों के बारे में जानकारी जरूर ले लेवें।

20 अगर आप किसी ट्रैकिंग एजेंसी के साथ यह ट्रेक नहीं कर रहे है तो आप अपने साथ स्थानीय ट्रेक गाइड जरूर कर लेवें। (जहाँ तक हो सके किसी अच्छी ट्रैकिंग एजेंसी के साथ ही यह ट्रेक करें )

21 हम्पटा पास ट्रेक के दौरान आपको ट्रेक के दौरान आपको अपने साथ क्या-क्या सामान साथ में रखना है इसके बारे में आप ट्रैकिंग एजेंसी वालों से भी पूछ ले तो ज्यादा अच्छा रहेगा।

22 अगर आप एक अनुभवी ट्रेकर नहीं है तो भूल कर भी यह ट्रेक अकेले  ना करें।

23 ट्रेक के दौरान आपको किसी भी तरह के मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलते है।  साथ में ही आपको आपके इलेक्ट्रॉनिक उपकरण चार्ज करने की सुविधा भी उपलब्ध नहीं होगी इसलिए आप ट्रेक के दौरान अतिरिक्त बैटरी और पॉवरबैंक जरूर साथ रखें।

24  मानसून के मौसम में ट्रेक फिसलन भरा हो जाता है इसलिए इस समय थोड़ी अतिरिक्त सावधानी रखें।

25 ट्रेक पर जाने से पहले एक बार मौसम जरूर चेक कर ले और उसी के अनुरूप भी कपडे और सामान साथ में रखें।

( नोट :- किसी भी तरह के दवाई लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेवें। )

हम्पटा पास में कहाँ रुके – Hotels in Hampta Pass in Hindi

Hotels in Hampta Pass | Ref Image

हम्पटा पास ट्रेक का बेस कैंप मनाली हो माना जाती है, और मनाली हिमाचल प्रदेश के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। इसी वजह  से आप बड़ी आसानी से ऑनलाइन होटल बुकिंग वेबसाइट के सहायता से आप मनाली में अपने लिए लिए होटल में रूम बुक करवा सकते है।

इसके अलावा आप चाहे तो मनाली से कुछ किलोमीटर की दुरी पर स्थित सेथन गांव में भी अपने लिए किसी होम स्टे या फिर कैंप साइट में ठहरने की ऑनलाइन व्यवस्था करवा सकते है। इसके अलावा अगर आप किसी ट्रैकिंग एजेंसी के साथ यह ट्रेक कर रहे है तो फिर वो लोग आप के इस ट्रेक के दौरान ठहरने की व्यवस्था पहले से करके रखते है।

हम्पटा पास कैसे पहुँचे – How to Reach Hampta Pass in Hindi

How To Reach Hampta Pass | Ref image

हवाई मार्ग से हम्पटा पास कैसे पहुँचे – How to Reach Hampta Pass By Air in Hindi

हम्पटा पास पहुँचने के लिए आपको सबसे पहले मनाली आना होगा। और मनाली के सबसे नजदीकी हवाई अड्डा चंडीगढ़ अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। चंडीगढ़ से मनाली की दुरी मात्र 300 किलोमीटर है आपको देश के सभी प्रमुख हवाई अड्डों से चंडीगढ़ के लिए नियमित रूप से हवाई सेवा उपलब्ध मिल जायेगी।

चंडीगढ़ से आप टैक्सी और बस की सहायता से आप बड़ी आसानी से मनाली पहुँच सकते है। और फिर आप मनाली से हम्पटा पास के लिए अपनी यात्रा शुरू कर सकते है। इसके अलावा दिल्ली के इंदिरा गाँधी एयरपोर्ट से भी आप मनाली बड़ी आसानी से पहुँच सकते है। दिल्ली से मनाली की दुरी मात्र 520 किलोमीटर है।  दिल्ली से आपको नियमित रूप से मनाली के लिए बस और टैक्सी सेवा उपलब्ध मिल जायेगी।

मनाली के सबसे नजदीकी एयरपोर्ट भुंतर एयरपोर्ट है जिसकी मनाली से दुरी मात्र 50 किलोमीटर है। भुंतर के लिए आपके नजदीकी एयरपोर्ट से हवाई  सेवा उपलब्ध है या नहीं यह आपको पहले चेक करना होगा।

रैल मार्ग से हम्पटा पास कैसे पहुँचे – How to Reach Hampta Pass By Train in Hindi

अधिकतम ऊंचाई पर स्थित होने की वजह से मनाली के लिए किसी भी प्रकार की ट्रैन सेवा उपलब्ध नहीं है। चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन मनाली के सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है। आप चंडीगढ़ से बड़ी आसानी से मनाली बस और टैक्सी की सहायता से पहुंच सकते है।

सड़क मार्ग से हम्पटा पास कैसे पहुँचे – How to Reach Hampta Pass By Road in Hindi

मनाली  सड़क मार्ग से बहुत अच्छी तरह से देश के कई राजमार्गों से जुड़ा हुआ है। आप दिल्ली, चंडीगढ़, जयपुर, अम्बाला और देश के कई प्रमुख शहरों से बस और टैक्सी की सहायता से मनाली बड़ी आसानी से पहुँच सकते है। इसके अलावा आप अपने निजी वाहन की सहायता से भी मनाली बड़ी आसानी से पहुँच सकते है।

(अगर आप मेरे इस आर्टिकल में यहाँ तक पहुंच गए है तो आप से एक छोटा से निवदेन है की नीचे कमेंट बॉक्स में इस लेख से संबंधित आपके सुझाव जरूर साझा करें, और अगर आप को कोई कमी दिखे या कोई गलत जानकारी लगे तो भी जरूर बताए।  में यात्रा से संबंधित जानकारी मेरी इस वेबसाइट पर पोस्ट करता रहता हूँ, अगर मेरे द्वारा दी गई जानकारी आप को पसंद आ रही है तो आप अपने ईमेल से मेरी वेबसाइट को सब्सक्राइब जरूर करे, धन्यवाद )

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