आमेर का किला 2024 | आमेर का इतिहास 2024 | Amer Fort Jaipur in Hindi 2024 | Things to do in Amer Fort Jaipur in Hindi 2024 | Visiting Timing | Entry fees | Amer Fort Travel Guide in Hindi 2024 | Amer Fort History in Hindi 2024

चार भागों में बना हुआ शानदार आमेर का किला आज भी जयपुर का सबसे ज्यादा प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। मूल आमेर किले की स्थापना मीणा शासक एलान सिंह ने 967 ई° में की थी और उसके बाद 1592 ई° में इस किले पर कछवाहा राजपूत राजा सवाई मानसिंह ने इस किले पर आधिपत्य कर लिया ।

सवाई मानसिंह के बाद से लेकर अब तक आमेर किले पर सिर्फ कछवाहा राजपूत राजाओं ने ही शासन किया है। वर्तमान में आमेर किले का जो मूल स्वरूप आप को दिखाई दे रहा है उस किले का निर्माण मीणा शासकों द्वारा निर्मित आमेर किले के अवशेषों पर किया गया है। सवाई मानसिंह के बाद  लगभग सभी कछवाहा राजपूत शासकों का आमेर किले के निर्माण में योगदान रहा है।

और उनमें भी सबसे ज्यादा नाम जयपुर शहर के संस्थापक सवाई जयसिंह द्वितीय का नाम सबसे ज्यादा लिया जाता है। लाल बलुआ पत्थरों से निर्मित आमेर का किला हिन्दू वास्तुकला का एक बहुत ही सुंदर उदाहरण है। स्थानीय लोग और कुछ इतिहासकार इस किले को आंबेर किले के नाम से भी बुलाते है।

Things to do in Amer Fort Jaipur in Hindi

आमेर किला जयपुर – Amber Fort Jaipur in Hindi

Amer Fort Jaipur

पर्यटक आमेर के किले में सूरज पोल ( सूर्य द्वार) से प्रवेश करते है   और अगर पर्यटक किसी वाहन से किले तक जा रहे है तो पश्चिम दिशा में बने हुए गेट से भी किले में प्रवेश किया जा सकता है। आमेर किले में प्रवेश के साथ ही पर्यटक सबसे पहले जलेब चौक तक पहुंच जाता है।

जलेब चौक में ही किले को देखने के लिए टिकट काउंटर और अन्य कार्यालय बने हुए। टिकट काउंटर से ही पर्यटक किले की ऑडियो गाइड या गाइड भी ले सकता है। टिकट काउंटर के पास से पर्यटकों के लिए किले में प्रवेश करने के लिये सीढियां बनी हुई है किले में प्रवेश करने से पहले दाईं तरफ शिलादेवी का मंदिर बना हुआ है, (अगर आप को सिर्फ मंदिर के दर्शन करने है तो किसी भी प्रकार की टिकट नही खरीदनी पड़ेगी)।

शिलादेवी के दर्शन के बाद आप मुख्य किले में प्रवेश करते है। आमेर किले से मावठा झील का दृश्य भी बहुत सुंदर प्रतीत होता है। आमेर किले का निर्माण चार भागों में किया गया है  जिन्हें दीवान-ए-आम, सुख मंदिर (सुख निवास), शीश महल और कैसर क्यारी के नाम से सम्बोधित किया जाता है।

केसर क्यारी आमेर किला जयपुर – Kesar Kyari Amer Fort Jaipur in Hindi

Kesar Kyari Amer Fort Jaipur

आमेर किले के निचले भाग में स्थित मावठा झील के मध्य भाग में बनी हुई केसर क्यारी एक बहुत सुंदर उद्यान है। ऐसा कहा जाता है की केसर क्यारी में केसर के फूल लगाए गए थे जिससे मावठा झील से बहती हुई हवा किले में प्रवेश करे तब किले में केसर की खुशबू चारों तरफ फ़ैल जाए, इसी वजह से इस छोटे से उद्यान का नाम केसर क्यारी रखा गया।

वर्तमान में जयपुर की भौगोलिक परिस्थिति के कारण केसर क्यारी में केसर के पौधे लगाना संभव नहीं है। इस उद्यान का निर्माण तारों के आकार में किया गया है और स्थानीय प्रशासन ने केसर क्यारी में विभिन्न प्रकार के सुंदर फूलों की किस्मे इस उद्यान में लगा रखी है।

दीवान-ए-आम अम्बर किला जयपुर – Diwan-E-Aam Amber Fort Jaipur in Hindi

Diwan-A-Aam Amer Fort Jaipur

दीवान-ए-आम किले के अंदर स्थित यह भवन एक सार्वजनिक सभागार हुआ करता था। आमेर किले में होने वाली सभी तरह की सार्वजनिक सभाओं का आयोजन दीवान-ए-आम में ही किया जाता था। यह भवन एक बहुत बड़ा सभागार है जिसके दोनों तरफ नक्काशी किये हुए स्तंभ बनाये गए है।

मोजेक ग्लास की शानदार कलाकारी से सजा हुआ यह सभागार तीन तरफ से खुला हुआ है। दीवान-ए-आम के मध्य भाग में राजा बैठा करते थे और अपनी प्रजा की समस्या और सवालों को सुना करते थे तथा किले में आने वाले सभी महत्वपूर्ण मेहमानों से इसी सभागार में मिला करते थे। राजा अपने मंत्रियों के साथ आमेर किले और आमेर रियासत से जुड़ी हुई सभी तरह की प्रशासनिक बैठकें और राजनीतिक निर्णय इसी दीवान-ए-आम में लिया करते थे।

सुख मंदिर (सुख निवास) आमेर किला जयपुर – Sukh Mandir (Sukh Niwas) Amer Fort Jaipur in Hindi

Sukh Mandir Amer Fort Jaipur

दीवान-ए-आम के एकदम सामने बना हुआ है सुख मंदिर जिसे सुख निवास भी कहा है। सुख मंदिर के निर्माण के लिए हाथी दांत और चंदन का उपयोग किया गया है। सुख मन्दिर राजा और रानी का निवास स्थान हुआ करता था इसलिए आमेर किले के इस सबसे महत्वपूर्ण हिस्से को ठंडा रखने के लिए दीवारों का निर्माण इस तरह से किया गया की गर्मियों के मौसम में सुख निवास की दीवारों में लगातार पानी बहता रहता था।

गर्मियों के मौसम में सुख निवास का वातावरण पूरी तरह से वातानुकूलित रहता था। गर्मियों के मौसम में राजा और रानी अपना अधिकांश समय इसी भवन में व्यतीत करना पसंद करते थे इसी वजह से इसका नाम सुख मंदिर रखा गया।

शीश महल आमेर किला जयपुर – Sheesh Mahal Amer Fort Jaipur in Hindi

Sheesh Mahal Amer Fort Jaipur

शीश महल आमेर किले का सबसे सुंदर हिस्सा है 1623 ई° में सवाई जयसिंह ने इस चालीस खम्भों वाले और लाखों कांच के टुकड़ों से बने हुए सुंदर भवन का निर्माण अपने विशिष्ट मेहमानों के स्वागत के लिए करवाया था। शीश महल के निर्माण से जुड़ी एक कहानी बेहद रोचक है।

ऐसा कहा जाता है की राजा की रानी को खुले आसमान में तारों के नीचे सोना बेहद पसन्द था लेकिन उस समय की सामाजिक परिस्थिति या यूँ कह सकते है की ररीति रिवाजों के कारण महिलाओं को खुले में सोने की अनुमति नहीं मिल सकती थी। उस समय राजा ने अपनी रानी को खुश करने के लिए आमेर के सबसे अच्छे वास्तुकारों से शीश महल का निर्माण करवाया।

शीश महल में आज भी अगर कोई व्यक्ति मोमबत्ती जला कर देखे तो ऐसा लगता हैं की आसमान में लाखों तारे एक साथ टिमटिमा रहे है।

लाइट एंड साउंड शो आमेर का किला जयपुर – Light & Sound show Amer Fort Jaipur in Hindi

Amer Fort Night View Jaipur

आमेर किले पर हर रात को होने वाला लाइट और साउंड शो आज अपनी एक अलग ही पहचान रखता है।स्थानीय प्रशासन इस शो का आयोजन लगभग 10 सालों से कर रहा है। रात के समय रंग-बिरंगी रोशनी में नहाया हुआ आमेर का किला और जब दर्शक आमेर किले के  600 साल पुराने गौरवशाली इतिहास को एक शानदार लाइट और साउंड शो के साथ सुनता है तो इसे देखने और सुनने वाले हर एक व्यक्ति के रोंगटे खड़े हो जाते है।

लगभग 52 मिनट चलने वाले इस शो को दर्शक केसर क्यारी में बैठ कर देख सकता है। आमेर किले में नवरात्रि के समय  लाइट एंड साउंड शो को सिर्फ अंग्रेजी भाषा में सुना जा सकता है। अगर आप लाइट एंड साउंड शो देखने जा रहे है तो कम से कम 25 मिनट पहले पहुंचे ।इस बात का खास ध्यान रखे की आमेर किले पर लाइट एंड साउंड शो की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी प्रतिबंधित है ।

लाइट एंड साउंड शो आमेर किला देखने का समय – Amer Fort Light & Sound Show Timing in Hindi

Puppet Amer Fort Jaipur
 Showtime  English            Hindi
October to February         06:30 PM            07:30 PM
March to April         07:00 PM            08:00 PM
May to September         07:30 PM 08:30 PM

आमेर फोर्ट में लाइट एंड साउंड शो में प्रवेश शुल्क – Amer Fort Light & Sound Show Entry Fee in Hindi

आमेर लाइट एंड साउंड शो प्रवेश शल्क:- 300/- INR प्रति व्यक्ति

कार्यक्रम की अवधि:- 52 मिनट

वाहन पार्किंग शुल्क:- 40/- INR

आमेर किले में होने वाली गतिविधियां – Things to do in Amer Fort Jaipur in Hindi

आमेर किला पर्यटकों के लिए पूरे सप्ताह खुला रहता है और सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम को 6:00 बजे तक खुला रहता है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए किले में सुबह और शाम के समय बहुत सारी गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। आमेर किले की अधिक जानकारी के लिए और किले में किसी भी तरह की सहायता के लिए- 0141-2530293 पर संपर्क किया जा सकता है।

01- आमेर किले में पर्यटक हाथी की सवारी का आनंद ले सकते है। हाथी की सवारी सुबह 9:30 बजे से लेकर 1:00 तक उपलब्ध रहती है। हाथी की सवारी के लिए पर्यटकों के लिए शुल्क 1100/- INR निर्धारित किया गया है।

02- आमेर किले को गोल्फ के कार्ट से भी देखा जा सकता है। गोल्फ कार्ट में सिंगल राइड के लिए 50/- INR निर्धारित किया गया है और अगर पर्यटक पूरी गोल्फ कार्ट बुक करते है तो 300/-  INR का भुगतान करना पड़ेगा। राइड की अवधि 1 घंटा की रहती है।

03- शाम के समय आमेर किले को रंग-बिरंगी रोशनी में देखना भी एक अद्धभुत अनुभव प्रदान करता है।

04- आमेर किले में स्थित सुख निवास में  शाम के समय शास्त्रीय संगीत के कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। शास्त्रीय संगीत का कार्यक्रम देखने के लिए टिकट काउंटर से टिकट खरीदी जा सकती है।

05- आमेर किले में पर्यटकों के लिए रेस्टोरेंट भी बनाये गए है। रेस्टोरेंट में मिलने वाले खाने की दरें सामान्य रेस्टोरेंट से थोड़ी ज्यादा रहती है।

06- किले में पगड़ी का संग्रहालय भी बनाया गया है। संग्रहालय में राजस्थानी परिवेश में पहने जाने वाली पगड़ियों का प्रदर्शन किया गया है। पर्यटकों के लिए संग्रहालय में प्रवेश निःशुल्क रखा गया है।

07- आमेर किले में आर्ट गैलेरी भी जिसमें देश के अलग-2 कलाकारों द्वारा बनाई गई तश्वीरों का रखा गया है। पसंद आने पर पर्यटक आर्ट गैलेरी से तश्वीरें खरीद सकता है।

08- आमेर किले में राजस्थान की प्रसिद्ध लोककला कठपुतली का कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है, और शाम के समय लोक संगीत के कार्यक्रम भी होते है।

आमेर किला देखने का समय – Amer Fort Timings in Hindi

आमेर किला पर्यटकों के लिए पूरे सप्ताह खुला रहता है और सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम को 6:00 बजे तक खुला रहता है।

आमेर किले में प्रवेश शुल्क – Amer Fort Entry Fees

विदेशी पर्यटक – 550/- INR प्रति व्यक्ति

विदेशी छात्र – 100/-  INR प्रति छात्र

भारतीय पर्यटक – 50/- INR प्रति व्यक्ति

भारतीय छात्र – 10/- INR प्रति छात्र

आमेर के आसपास घूमने की सबसे अच्छी जगह – Places to visit near Amer Fort Jaipur in Hindi

रणथम्भौर दुर्ग,रणथम्भौर नेशनल पार्क , रणथम्भौर नेशनल पार्क टाइगर सफारी, पुष्कर, जयपुर भाग-01जयपुर भाग-02, जयपुर भाग-03, हाथी गांव, गोविंद देवजी मंदिर, कोटा, केवलादेव घना पक्षी विहारसरिस्का टाइगर रिज़र्व, झालाना लेपर्ड रिज़र्व, भानगढ़ किला इसके अलावा उत्तर प्रदेश भी एक नजदीकी राज्य है यहां पर मथुरा, वृन्दावन और आगरा भी घूमने जा सकते है |

(अगर आप मेरे इस आर्टिकल में यहाँ तक पहुंच गए है तो आप से एक छोटा से निवदेन है की नीचे कमेंट बॉक्स में इस लेख से संबंधित आपके सुझाव जरूर साझा करें, और अगर आप को कोई कमी दिखे या कोई गलत जानकारी लगे तो भी जरूर बताए। में यात्रा से संबंधित जानकारी मेरी इस वेबसाइट पर पोस्ट करता रहता हूँ, अगर मेरे द्वारा दी गई जानकारी आप को पसंद आ रही है तो आप अपने ईमेल से मेरी वेबसाइट को सब्सक्राइब जरूर करे, धन्यवाद)

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