रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान 2024 | Ranthambore National Park in Hindi 2024 | Ranthambore Tiger Reserve in Hindi 2024 | Ranthambore National Park Complete Travel Guide in Hindi 2024 | Things to do in Ranthambore Tiger Reserve in 2024 | Timings | Entry Fee | Safari Booking
राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले में रणथंभौर किला Ranthambore Fort और रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान Ranthambore National Park, राजस्थान आने वाले हर पर्यटक के विश लिस्ट का हिस्सा होते है| मैंने अपने पिछले ब्लॉग में इन दोनों पर्यटक स्थलों पर पूरे विस्तार से जानकारी देने की कौशिश की है, अपने इस ब्लॉग में कोशिश करूँगा की आप को रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान आते समय किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
जैसे की आप को रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान साल के किस समय घूमना चाहिए, इस राष्ट्रीय उद्यान में घूमने के लिए आप को सफारी का टिकट safari ticket कहाँ से बुक करवानी है, सफारी की टाइमिंग क्या रहती है, कौन से जोन में आप को बाघ दिखने की ज्यादा संभावना है। इस राष्ट्रीय उद्यान से जुड़ी सारी जानकारी में आप को इस ब्लॉग में देने की कोशिश करूँगा। सबसे पहले में आप को इन दोनों पर्यटक स्थलों की छोटी सी जानकारी दे देता हूँ।
रणथंभौर किला | Ranthambore Fort in Hindi
10वीं शताब्दी के आसपास में निर्मित यह विशाल किला राजस्थान के सबसे बड़े किलों forts in Rajasthan में से एक है| इस किले की सबसे खास बात जो मैंने महसूस की वो यह है की आप जब तक इस किले के पास नहीं पहुंचते तब तक यह किला आप को नही दिखाई देता है, और जब आप इस किले के सबसे ऊंचे हिस्से में पहुँच जाते तब आप को अरावली पर्वतमाला में फैला हुआ विशाल और प्राकर्तिक रूप से समृद्घ पूरा जंगल दिखाई देता है।
अपने निर्माण के बाद से ही इस किले ने अनेक युद्ध देखे है, उस समय के लगभग हर राजपूत शासक और मुगल आक्रांता ने इस किले पर आक्रमण किया और इस पर विजय पाने के प्रयास किये| लेकिन राणा हम्मीर देव का 19 वर्ष का शासन आज भी इस किले की पहचान है। 17वीं शताब्दी में जयपुर के राजपूत राजाओं के हाथ में इस किले की सत्ता आ गई ।
उसके बाद प्राकर्तिक रूप से समृद्ध इस किले के आसपास के जंगल को जयपुर के राजाओं ने आखेट और मनोरंजन के लिया उपयोग करना शुरू कर दिया। 2013 में इस किले को यूनेस्को विश्व विरासत स्थल UNESCO World Heritage Site में शामिल कर लिया गया| रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान के मध्य भाग में स्थित इस किले की पहचान इस राष्ट्रीय उद्यान से है ।
यहाँ आने वाले अधिकतर पर्यटक इस किले की जगह यहाँ स्थित रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान देखने आते है उसके बाद अगर उन्हें समय मिलता है तब वो इस किले को देखना पसंद करते है। इसलिए मैंने सबसे पहले रणथंभौर दुर्ग पर अलग से ब्लॉग लिखा ताकी यहाँ आने वाला हर पर्यटक इस विशाल दुर्ग के इतिहास और इसकी खूबसूरती को समझ सके और इस दुर्ग के साथ जुड़ सके ।
मेरे सुझाव में आप जब भी रणथंभौर घूमने का मन बनाते है तब आप अपनी बकेट लिस्ट में रणथंभौर दुर्ग का नाम जरूर लिखें।
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान | Ranthambore National Park in Hindi
अरावली पर्वतमाला से घिरा हुआ यह राष्ट्रीय उद्यान (जंगल) प्राकर्तिक रूप से काफी समृद्ध और खूबसूरत है| वन्यजीवों और वनस्पति से भरपूर इस राष्ट्रीय उद्यान में आने वाले हर एक पर्यटक में लिए इस उद्यान की यात्रा हमेशा के लिए अविस्मरणीय बन जाती है। इस राष्ट्रीय उद्यान में आप को बाघ के अलावा तेंदुआ, स्लोथ बेयर, हिरन, चीतल, भारतीय धारीदार हायना और ढेर सारे प्रवासी पक्षियों की प्रजाति देखने को मिलती है |
झीलों और तालाब से समृद्ध इस वन में आप को भारत का दूसरा सबसे बड़ा बरगद का पेड़ second-largest banyan tree in India देखने को मिलता है | एक राष्ट्रीय उद्यान बनने से पहले यह जगह वर्षों तक राजाओ ने यहाँ शिकार का आनंद लिया | भारत के आजाद होने के बाद इस शानदार जगह पर वर्षों तक अवैध शिकार होता रहा है, 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर के शुरू होने से पहले भारत में सिर्फ 1000 बाघ ही बचे थे |
1973 में प्रोजेक्ट टाइगर का हिस्सा बनते समय रणथंभौर में सिर्फ 37 बाघ बचे थे | 1980 में रणथंभौर को राष्ट्रीय उद्यान घोषित कर दिया गया उस के बाद के यहाँ के वनकर्मी और अधिकारीयों के मेहनत से वर्तमान समय में इस राष्ट्रीय उद्यान में 70 से भी अधिक बाघ है | भविष्य में इस राष्ट्रीय उद्यान में बाघों की संख्या और बढ़ें की पूरी संभावना है , वर्तमान समय में स्थिति ऐसी है की रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में पुरे साल में लाखों देशी और विदेशी पर्यटक इस जगह बाघ देखेंने आते है|
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान ट्रेवल गाइड | Ranthambore National Park Travel Guide in Hindi
रणथंभौर आने वाले पर्यटक के लिए हमेशा यह सवाल बना रहता है की इस जगह आते वक़्त उन्हें कौनसी बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे उनकी रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा यादगार बन जाए। कुछ सामान्य सवाल होते है जैसे यह राष्ट्रीय उद्यान कितना बड़ा है, साल के किस समय आप को यहाँ घूमने आना चाहिए, इस राष्ट्रीय उद्यान में आते समय आप को कौनसी बातों का ध्यान रखना है ये सब जानकारी आप इस ब्लॉग में मिल जाएगी…
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान | Ranthambore National Park in Hindi
यह राष्ट्रीय उद्यान दो जोन में बँटा हुआ है और 392 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, इस राष्ट्रीय उद्यान के दोनों ज़ोन को 10 हिस्सों में विभाजित किया गया है, पहला जोन जिसे कोर जोन कहा जाता है उसे 1-5 तक विभाजित किया गया है, दूसरा जोन जिसे बफर जोन कहा जाता है इसे 6-10 भाग में विभाजित किया गया है ।
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान कोर जोन | Ranthambore National PArk Core Zone
इस राष्ट्रीय उद्यान का यह हिस्सा सबसे बड़ा और सबसे पुराना है, एक तरह से कह सकते है की इस राष्ट्रीय उद्यान का हृदय यही जोन है। वन्यजीवों की सबसे ज्यादा आबादी भी आप को इसी कोर जोन में देखने को मिलती है। इस जोन का एरिया लगभग 282 वर्ग किलोमीटर है। कोर जोन को 1-5 भागों में बांटा गया है, और यह जोन इस राष्ट्रीय उद्यान का सबसे घना इलाका है।
बाघ दिखने की संभावना इसी जोन में सबसे ज्यादा रहती है। कोर जोन में प्रवेश ले लिए पर्यटकों को शेरपुर गांव वाले गेट से प्रवेश करवाया जाता है। मानसून के समय इस जोन को 1 जुलाई से लेकर 1 अक्टूबर तक बंद कर दिया जाता है।
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान बफर जोन | Ranthambore National Park Buffer Zone
बफर जोन इस राष्ट्रीय उद्यान का बाहरी क्षेत्र है, जो की प्राकर्तिक रूप से बहुत ज्यादा समृद्ध है। यह जोन 6-10 भाग में बँटा हुआ है इस जोन के 6वां भाग प्राकर्तिक सुंदरता देखने के लिए सबसे उपयुक्त इलाका है। अगर बफर जोन के क्षेत्रफल को जोड़ दिया जाए तो इस राष्ट्रीय उद्यान का विस्तार 392 वर्ग किलोमीटर तक हो जाता है।
वर्तमान समय में रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में बाघों की आबादी लगातार बढ़ रही है इस वजह से बफर जोन का निर्माण किया गया है। आने वाले समय में पर्यटकों को इस जोन में बाघ दिखने की संभावनाएं बहुत ज्यादा है। इस ज़ोन में प्रवेश के लिए सवाई माधोपुर के दक्षिण में स्थित मुख्य सड़क के गेट से प्रवेश करवाया जाता है।
नोट | Note
01. सफारी बुक करवाते समय इस बात का ध्यान रखे की आप को कोर जोन की बुकिंग मिले,सफारी आपको जोन में वेहिकल या सीट की उपलब्धता के आधार पर दी जाती है।
02. सफारी बुक करवाते समय ध्यान रखे की आप किस जोन की टिकट मिल रही है,उसी हिसाब से अपने होटल की बुकिंग करवाये।
03.बफर जोन के भाग7-10 के लिए कैंटर सफारी उपलब्ध नहीं है।
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान सफारी समय सारणी | Ranthambore National Park Safari Timings in Hindi
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में सफारी सुबह सूर्योदय के साथ शुरू हो जाती है, और शाम को सूर्यास्त के साथ समाप्त होती है, सुबह और शाम के समय होने वाली दोनों सफारी का समय 3:30 घंटे का होता है | पुरे साल सफारी का समय मौसम के हिसाब से बदलता रहता है इसलिए वर्तमान समय के लिए रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान की ऑफिसियल वेबसाइट एक बार जरूर चेक करे |
राजस्थान में तो मानसून जुलाई महीने में आता है इसलिए 1 जुलाई से लेकर 1 अक्टूबर तक उद्यान में सफारी को बंद कर दिया जाता है हालाँकि बफर जोन के कुछ भाग खुले रहते है | आप सबकी सुविधा के लिए रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान की समय सारणी शेयर कर रहा हूँ |
S.No. | Month | Morning Trip | Evening Trip |
01 | 1st Oct to 31st Oct | 6:30 AM to 10:00 AM | 2:30 PM to 6:00 PM |
02 | 1st Nov to 31st Jan | 7:00 AM to 10:30 AM | 2:00 PM to 5:30 PM |
03 | 1st Feb to 31st March | 6:30 AM to 10:00 AM | 2:30 PM to 6:00 PM |
04 | 1st April to 15th May | 6:00 AM to 09:30 AM | 3:00 PM to 6:30 PM |
05 | 15th May to 30th June | 6:00 AM to 09:30 AM | 3:30 PM to 7:00 PM |
रणथंभौर टाइगर रिज़र्व प्रवेश शुल्क | Ranthambore National Park Entry Fee in Hindi
रणथंभौर टाइगर रिज़र्व Ranthambore Tiger Reserve में राजस्थान वन विभाग द्वारा सफारी के दो प्रकार के वाहनों के विकल्प उपलब्ध है| 4 व्हील ड्राइव जिप्सी और खुली छत वाली बस जिसे कैंटर कहते है| वन विभाग द्वारा उद्यान में प्रवेश के लिए सीमित वाहनो को ही अनुमति दी जाती है | एक समय में इस उद्यान में वाहनों के प्रवेश की अधिकतम सीमा 40 है |
जिसमे से 17 जीप्सी और 3 वीआईपी जीप्सी के साथ 20 कैंटर को प्रवेश की अनुमति दी जाती है| स्थानीय निवासियों में रोजगार बढ़ाने के लिए वन विभाग ये सारे वाहन निविदा पर लेता है, इन वाहनों पर स्वामित्व स्थानीय निवासियों का ही रहता है| अगर कोई वाहन वन विभाग में संलग्न नहीं है तो उस वाहन को उद्यान में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलती |
वैसे तो आप को बुकिंग विंडो पर भी सफारी की टिकट मिलने की संभावना रहती है| लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से आप यहाँ पर आने से पहले अग्रिम सफारी की बुकिंग करवाएं तो ज्यादा अच्छा रहेगा |
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में जिप्सी सफारी | Gypsy Safari in Ranthambore National Park in Hindi
इस राष्ट्रीय उद्यान में वन्यजीवों के झुण्ड को देखने के लिए या फिर सुन्दर प्राकर्तिक दृश्य देखने के जिप्सी सबसे लोकप्रिय विकल्प है| जिप्सी में एक बार में 6 लोग बैठ सकते है, इस वजह से ये वाहन आपके परिवार के लिए या फिर व्यक्तिगत रूप से इस उद्यान को देखने का बहुत अच्छा अवसर उपलब्ध करवाता है | अगर आप को जिप्सी बुक करनी तो आप 3 महीने पहले सफारी बुक करवाएं |
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में कैंटर सफारी | Cantor Safari in Ranthambore National Park in Hindi
कैंटर एक खुली छत वाली बस होती है जिसमे एक समय में 20 लोग सवारी कर सकते है | इस वजह से एक बड़े ग्रुप के लिए इस राष्ट्रीय उद्यान में आनंद लेना का और कोई अच्छा विकल्प नहीं हो सकता है | अगर आप अपने दोस्तों के साथ है, या फिर आप फॅमिली ट्रिप है तो कैंटर में यह उद्यान में घूमना एक यादगार अनुभव हो सकता है |
संभावना है की अगर आप ने अग्रिम सफारी बुकिंग नहीं करवाई है तो बुकिंग विंडो पर कैंटर उपलब्ध मिल जाए, लेकिन मेरे सुझाव में आप को इस उद्यान में अग्रिम सफारी बुकिंग करवा कर ही जाना चाहिए |
रणथंभौर टाइगर रिज़र्व में सफारी का किराया | Safari fare at Ranthambore Tiger Reserve in Hindi
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में घूमने के लिए देशी और विदेशी पर्यटक आते रहते है, इस टाइगर रिज़र्व में प्रवेश के लिए वन विभाग द्वारा देशी और विदेशी पर्यटको के लिए अलग-अलग प्रवेश शुल्क निर्धारित किये है।
जिप्सी सफारी | Gypsy Safari
वन विभाग ने यहाँ आने वाले भारतीय पर्यटक के लिये प्रति व्यक्ति जिप्सी सफारी का किराया 974 रुपये निर्धारित कर किया है, और विदेशी पर्यटक के लिए प्रति व्यक्ति 1714 रुपये का शुल्क निर्धारित किया हुआ है । इस शुल्क के अंदर वाहन, गाइड और सफारी का शुल्क शामिल होता है।
केंटर सफारी | Cantor Safari
केंटर सफारी के लिये वन विभाग ने भारतीय पर्यटक के लिए प्रति व्यक्ति 617 रुपये किराया निर्धारित कर रखा है, और विदेशी पर्यटक के लिए प्रति व्यक्ति 1356 रुपये का किराया निर्धारित किया हुआ है। केंटर सफारी के शुल्क में भी आपके वाहन, गाइड और सफारी का शुक्ल शामिल होता है।
सफारी बुक करवाने से पहले आपको कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान रखनी है, जैसे की 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे का पार्क में प्रवेश शुल्क नही लिया जाता है, भारतीय छात्रों को पार्क में प्रवेश के लिए निर्धारित शुल्क में छूट दी जाती है। भारतीय या फिर विदेशी पर्यटक से लिया जाने वाला गाइड का शुक्ल एक समान होता है।
अगर आप अपने निजी वाहन से रणथंभौर घूमने आये है तो वन विभाग आपको सिर्फ रणथंभौर दुर्ग और गणेश मंदिर तक जाने की अनुमति देता है। जंगल में निजी वाहन लेकर जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
रणथंभौर टाइगर रिज़र्व की सफ़ारी कैसे बुक करें | How to book Ranthambore Tiger Reserve Safari in Hindi
राजस्थान सरकार के द्वारा रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में सफारी बुक करवाने के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग पोर्टल बनाया हुआ है, इस पोर्टल के माध्यम से यहाँ आने वाले पर्यटक ऑनलाइन टिकट बुक करवा सकते है।
सफारी बुक करवाने से पहले पर्यटक को पोर्टल पर खुद का यूजर आईडी बनाना पड़ता है, उसके बाद दिए गए विकल्प में से आपको “वन और वन्यजीव” चुनना है, फिर अगले विकल्प में “राजस्थान वन्यजीव” को चुने और अंत में आप को “वन्यजीव टिकट बुकिंग” विकल्प का चुनाव करना होगा जिसकी सहायता से आप सफारी टिकट बुकिंग वाले पेज पर पहुंच कर अपना सफारी बुक करवा सकते है। यह प्रक्रिया थोड़ी पेचीदा हो सकती है।
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान की सफारी बुकिंग का सबसे आसान तरीका है की आप अपने स्थानीय ट्रेवल एजेंट या फिर आप के होटल को भी इस राष्ट्रीय उद्यान में सफारी बुक करवाने के लिए कह सकते है, विदेशी पर्यटकों के लिये यह विकल्प सबसे अच्छा और सुविधाजनक होता है। इसका एक फायदा यह भी होता है की सफारी के लिए आपको पिक करने के लिए जीप होटल आ जाती है।
अगर आप स्थानीय पर्यटक है या फिर आप के पास उपयुक्त समय है, और आप ने ऑनलाइन सफारी बुक नही की है तो आप को बुकिंग कार्यालय में टिकट मिलने की संभावना रहती है। बहुत संभावना है की आप को बुकिंग कार्यालय पर स्थानीय पर्यटकों की भीड़ मिल सकती है। वर्तमान में सफारी टिकट बुकिंग कार्यालय रणथंभौर के पास स्थित रामसिंहपुरा गांव के पास बनाये गए शिल्पग्राम में स्थित है।
तत्काल सफारी बुकिंग | Tatkal Safari Booking
राजस्थान वन विभाग ने अक्टूबर 2016 में पर्यटको के लिए तत्काल सफारी बुकिंग की एक सुविधा शरू की है , इस विकल्प में पर्यटक को बुकिंग कार्यालय में सफारी से एक दिन पहले पूरी एक जिप्सी सफारी बुक करने की सुविधा उपलब्ध होती है। तत्काल सफारी की इस बुकिंग के लिए पर्यटक को 10000 रुपये प्रति जिप्सी का भुगतान करना पड़ता है जो की सामान्य बुकिंग से महंगा होता है।
अगर पर्यटक की संख्या 6 से कम हो, पर्यटक को पूरी जीप के किराये का भुगतान करना पड़ता है। इसके अलावा पर्यटको को वाहन शुल्क, पार्क प्रवेश शुल्क और गाइड का शुल्क भी देना पड़ता है। इस विकल्प के लिए वन विभाग 10-20 अतिरिक्त जिप्सी अलग उपलब्ध रखता है।
हाफ और फुल डे सफारी | Half and Full Day Safari
अगर आप को प्रकृति के नजदीक रहना पसंद है तो रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में आपके लिए यह बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है। इस सफारी में पर्यटक चाहे तो आधा दिन या फिर पूरा दिन इस टाइगर रिज़र्व में घूम सकता है। यह विकल्प वन विभाग द्वारा अभी कुछ समय पहले पर्यटको की दिलचस्पी बढ़ाने के लिए शुरू किया गया है।
बुकिंग कार्यालय या फिर पर्यटक ट्रेवल एजेंट की सहायता से यह सफारी बुक करवा सकते है। वन विभाग एक समय में सिर्फ 5 जिप्सी को इस सफारी की अनुमति प्रदान करता है। फुल डे सफारी में विदेशी पर्यटको के लिए 65000 रुपए प्रति वाहन का शुक्ल निर्धारित किया गया है, और भारतीय पर्यटको के लिए 48000 रुपए प्रति वाहन का शुक्ल निर्धारित किया गया है।
हाफ डे सफारी में विदेशी पर्यटको के लिए 37500 रुपए प्रति वाहन का शुक्ल निर्धारित है, और भारतीय पर्यटको को 27000 रुपए प्रति वाहन शुक्ल देना पड़ता है। इसके अलावा पार्क प्रवेश शुल्क, वाहन शुल्क और गाइड का शुल्क भी देना पड़ता है।
रणथंभौर टाइगर रिज़र्व ट्रेवेल टिप्स | Ranthambore Tiger Reserve Travel Tips in Hindi
01 रणथंभौर टाइगर रिज़र्व के घूमने लिए पर्यटक 90 दिन पहले सफारी बुक करवा सकते है।
02 मौसम के हिसाब से सफारी का समय बदल सकता है, सफारी बुक करवाने से पहले इसका ध्यान रखे |
03 पार्क में जोन का चुनाव पर्यटक ऑनलाइन बुकिंग के समय कर सकते है| जोन का चुनाव सिर्फ उबलब्धता के आधार पर हो सकता है |
04 विदेशी पर्यटको अपने ट्रेवल एजेंट या होटल द्वारा अपनी सफारी बुक करवाये तो ज्यादा अच्छा रहता है।
05 विदेशी पर्यटक और दूर से आने वाले भारतीय पर्यटकों को ट्रेवल एजेंट हायर करते समय या होटल बुक करते समय दोनों का ऑनलाइन रिव्यु चेक करने चाहिए |
06 होटल बुक करवाते समय ऑनलाइन रेट और ऑफर की तुलना करना न भूले | शायद आप के को कोई अच्छी डील मिल जाए|
07 दूरबीन और कैमरा जरूर साथ में लेकर जाए , पार्क के अंदर स्टिल कैमरा के लिए कोई चार्ज नहीं है, लेकिन प्रोफेशनल कैमरा, वीडियो कैमरा और कैमरा लेंस के अतिरिक्त भुगतान करना पड़ सकता है |
08 राजस्थान में सर्दी में ठण्ड ज्यादा होती है और गर्मी का मौसम गरम ज्यादा होता है इसलिए मौसम के हिसाब से कपड़ों का चयन करे |
09 सफारी पर जाने से पहले अपने आईडी कार्ड साथ में रखें एंट्री गेट पर पर्यटकों के आईडी चेक किये जा सकते है |
में आशा करता हूँ की इस ब्लॉग में रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में घूमने की लिए दी गई जानकरी आप के लिए पर्याप्त होगी और आपकी इस शानदार टाइगर रिज़र्व की यात्रा बहुत सुखद और यादगार रहे| अगर आप को लगता है की मुझसे इस राष्ट्रीय उद्यान से सम्बंधित कोई जानकारी छूट गई है तो पोस्ट के निचे कमेंट करके जरूर बातएँ …..
रणथम्भौर के आसपास घूमने की जगह | Places to Visit Near Ranthambore fort in Hindi
रणथम्भौर दुर्ग, रणथम्भौर नेशनल पार्क , पुष्कर, जयपुर भाग-01, जयपुर भाग-02, जयपुर भाग-03