केदारनाथ ट्रेक 2024 | Kedarnath Trek 2024 in Hindi | Kedarnath Trek Guide 2024 in Hindi | Kedarnath Trek Cost in Hindi | Best Time For Kedarnath in Hindi | Kedarnath Trek itinerary in Hindi | Kedarnath Trek Complete Travel Guide in Hindi | Kedarnath Trek Tips | History | Timings
केदारनाथ – Kedarnath in Hindi
केदारनाथ उत्तराखंड में स्थित भगवान शिव के पंच केदार मन्दिरो (केदारनाथ, मध्यमहेश्वर, तुंगनाथ, रुद्रनाथ और कल्पेश्वर) में प्रथम केदार के रूप में पूजा जाता है। इसके अलावा यह मंदिर उत्तराखंड में की जाने वाली छोटा चार धाम यात्रा (गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ) का भी हिस्सा है।
यही केदारनाथ मंदिर भगवान शिव के पूरे भारत मे स्थित बारह ज्योतिर्लिंगों में से ग्यारवें ज्योतिर्लिंग के रूप में भी पूजा जाता है। केदारनाथ भगवान शिव के सबसे प्रसिद्ध मन्दिरो में से एक है आप केदारनाथ के प्रति भक्तों की श्रद्धा का अनुमान इस बात लगा सकते है, कि यह मंदिर साल में सिर्फ 06 महीने के लिए ही खुला रहता है।
फिर भी इन 06 महीनों में 10 लाख के आसपास श्रद्धालु केदारनाथ के दर्शन करने के लिए आते है। केदारनाथ मंदिर साल के सिर्फ 06 महीनें ही श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुला रहता है, बाकी के 06 महीनें केदारनाथ की पूजा उखीमठ मंदिर के ओंकारेश्वर मंदिर में की जाती है। एक समय था जब केदारनाथ की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को फिटनेस सर्टिफिकेट दिखाना जरूरी था क्योंकि उस समय केदारनाथ की पैदल बहुत ज्यादा कठिन थी।
अभी 2013 की प्राकृतिक आपदा के बाद केदारनाथ के पैदल मार्ग को बहुत आसान बना दिया गया है। वर्तमान में आप केदारनाथ की 16 किलोमीटर पैदल यात्रा बड़े आराम से कुछ घंटों में ही पूरी कर सकते है। केदारनाथ की पैदल यात्रा को आप आसान और मध्यम स्तर का पैदल ट्रेक मान सकते है। आसान इसलिये की वर्तमान में केदारनाथ ट्रेक के लिए पूरे रास्ते मे पक्की सड़क का निर्माण कर दिया गया है। और मध्यम इसलिए कि 16 किलोमीटर ले ट्रेक के दौरान आपको बहुत सारी जगहों पर बेहद स्टीप चढ़ाई करनी पड़ सकती है।
केदारनाथ शुरू करने से पहले कुछ बातें है जो कि आपको केदारनाथ यात्रा शुरू करने से पहले पता होनी चाहिए जैसे –
01 कहाँ से केदारनाथ दर्शन करने के लिए पंजीकरण करवाना है?
02 केदारनाथ यात्रा कहाँ से शुरु होती है ?
03 केदारनाथ यात्रा कब शुरू होती है?
04 पैदल यात्रा के दौरान क्या–क्या साथ मे रखना है?
05 केदारनाथ यात्रा के दौरान क्या–क्या सुविधाएं मिलती है?
तो चलिए जानते है कि हमें केदारनाथ यात्रा के दौरान कौन-कौनसी बातों का ध्यान रखना है।
केदारनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण – Registration for Kedarnath Yatra in Hindi
केदारनाथ यात्रा शुरू करने से पहले आपको एक पूरा यात्रा कार्यक्रम बना लेना होगा ताकि केदारनाथ यात्रा के दौरान आपको किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। वर्ष 2013 से पहले एक दिन में कितने भी श्रद्धालु केदारनाथ के दर्शन कर सकते थे। श्रद्धालुओं की संख्या पर किसी भी प्रकार की पाबंदी नहीं थी।
लेकिन 2013 की त्रासदी के बाद कुछ समय के लिए केदारनाथ दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित करके 1500 कर दिया गया था। उसके बाद जब केदारनाथ में हुए नुकसान की मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया गया उसके बाद यह प्रतिबंध वापस हटा लिया गया। प्रतिबंध हटने के बाद अनुमानित रूप से 10 लाख श्रद्धालु केदारनाथ के दर्शन करने के लिए आते है।
आपको सबसे पहले इस बात का पता होना चाहिए कि अगर आप केदारनाथ यात्रा करना चाहते है तो आपको केदारनाथ के दर्शन करने के लिए पंजीकरण करवाना बहुत जरूरी है। बिना पंजीकरण के आप केदारनाथ की यात्रा नहीं कर सकते है। तो अब सवाल यह खड़ा होता है कि केदारनाथ दर्शन करने के लिए पंजीकरण कहाँ से करवायें।
केदारनाथ दर्शन के लिये पंजीकरण करवाने के दो तरीके है – ऑफलाइन रेजिस्ट्रेशन ओर ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन। ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन के लिए आप उत्तराखंड के केदारनाथ यात्रा के ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन पोर्टल ( https://badrinath-kedarnath.gov.in/registration ) पर जा कर केदारनाथ यात्रा के लिए रेजिस्ट्रेशन करवा सकते (हो सकता है कि दिए गए लिंक में कोई बदलाव कर दिया गया हो इसलिए एक बार गूगल पर जा कर भी यात्रा से संबंधित जानकारी के बारे में पता कर ले) है।
इसके अलावा अगर आप ऑफलाइन रेजिस्ट्रेशन करवाना चाहते है तो उत्तराखंड सरकार ने केदारनाथ यात्रा का पंजीकरण करने के लिये कई कीओस्क बना रखें है। आप उत्तराखंड में हरिद्वार, ऋषिकेश, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, मुख्य बाज़ार और कई सार्वजनिक स्थानों पर केदारनाथ के पंजीकरण काउंटर बना रखे है। केदारनाथ यात्रा के लिए आपके पास एक फोटो आई डी होना चाहिए जैसे – आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और वोटर आई डी कार्ड आदि।
हो सके तो आप अपने पास आपको पासपोर्ट साइज की फ़ोटो और आपके ओरिजनल आई डी कार्ड के साथ-साथ उनकी एक फोटोकॉपी भी साथ मे रखें। इसके अलावा आप गौरीकुण्ड पहुँच कर भी केदारनाथ यात्रा के लिये पंजीकरण करवा सकते है। लेकिन आपको गौरीकुंड के पंजीकरण काउंटर पर ज्यादा भीड़ मिल सकती है इसलिए अच्छा यही होगा आप गौरीकुंड से पहले ही केदारनाथ यात्रा के लिये पंजीकरण करवा लें।
केदारनाथ यात्रा के लिए उत्तराखंड सरकार ने ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन पोर्टल के अलावा गूगल प्ले स्टोर पर एक आधिकारिक एप्प भी बना रखा है उसे डाउनलोड करके भी आप केदारनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण करवा सकते है।
नोट:- वर्तमान में चल रही महामारी की वजह से आपको केदारनाथ यात्रा के दौरान आप के पास covid-19 की नेगेटिव रिपोर्ट होना बहुत जरूरी है। अगर आप बिना covid-19 की रिपोर्ट के केदारनाथ यात्रा करना चाहते है तो स्थानीय प्रशासन आपको इसकी अनुमति नहीं देगा।
इसलिए आप केदारनाथ यात्रा से पहले अपने साथ covid-19 की रिपोर्ट देने वाले टेस्ट (RT-PCR/ANTIGEN/TRUENAT/CBNAAT) जरूर करवा लें।
केदारनाथ यात्रा – Kedarnath Trek in Hindi
केदारनाथ का ट्रैक गौरीकुंड से शुरु होता है, गौरीकुंड से केदारनाथ की दूरी 16 किलोमीटर है। केदारनाथ ट्रेक शुरू करने से पहले आपको गौरीकुंड से 05 किलोमीटर पहले सोनप्रयाग में बने हुए चेक पोस्ट पर आपको अपनी केदारनाथ यात्रा पंजीकरण और मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाने होते है।
सोनप्रयाग पर बने हुए चेक पोस्ट पर आप अपने डॉक्यूमेंट दिखाकर आप यहाँ से चलने वाली जीप से गौरीकुंड तक बड़ी आसानी से पहुँच सकते है। सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक चलने वाली जीप का किराया मात्र 20 रुपये है। गौरीकुंड पहुँचने के बाद आप यहाँ से केदारनाथ ट्रेक शुरू कर सकते है। केदारनाथ ट्रेक शुरू करने से पहले आपको कुछ बातें ध्यान में रखनी है।
केदारनाथ ट्रेक आप सुबह 04:00 बजे से लेकर दोपहर के 01:30 बजे तक ही शुरू कर सकते है। इसके बाद आपको केदारनाथ ट्रेक करनी की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके दो मुख्य कारण है सबसे पहला कारण तो यह है कि केदारनाथ ट्रेक की दूरी बहुत ज्यादा है इस वजह से अगर आप देरी से ट्रेक शुरू करते है तो फिर ट्रेक के दौरान रात होने की बहुत ज्यादा संभावना है।
दूसरा मुख्य कारण है केदारनाथ का यह क्षेत्र केदारनाथ वन्यजीव अभ्यारण्य का भी हिस्सा है इसलिए सुरक्षा कारणों की वजह से भी केदारनाथ ट्रेक देरी से शुरू करने की अनुमति नहीं दी जाती है। केदारनाथ ट्रेक के दौरान कई पड़ाव भी बने हुए है जहाँ पर ट्रेक के दौरान आराम कर सकते है और आपको यहाँ पर खाने-पीने की सुविधा भी मिल जाएगी।
केदारनाथ ट्रेक की कुल लंबाई 16 किलोमीटर है। गौरीकुंड से केदारनाथ मंदिर तक पहुंचने तक कई पड़ाव आते है। सबसे पहला पड़ाव जंगल चट्टी आता है जिसकी गौरीकुंड से दूरी मात्र 04 किलोमीटर है। जंगल चट्टी तक आप रामबाड़ा ब्रिज से होते हुए पहुँच सकते है, गौरीकुंड से जंगल चट्टी की दुरी मात्र 04 किलोमीटर है।
जंगल चट्टी के बाद अगला पड़ाव भीमबली आता है जिसकी दुरी जंगल चट्टी से दुरी 03 किलोमीटर है। भीमबली से 04 किलोमीटर चलने के बाद आप अगले पड़ाव लिनचौली तक पहुँचते है। लिनचौली के बाद केदारनाथ बेस कैंप आता है जिसकी लिनचौली से दुरी 04 किलोमीटर है। केदारनाथ बेस कैंप से केदारनाथ मंदिर की दुरी मात्र 01 किलोमीटर है।
एक सामान्य आदमी को केदारनाथ ट्रेक पूरा करने में 07-08 घंटे का समय लग सकता है। केदारनाथ ट्रेक आसान से माध्यम श्रेणी के ट्रेक में आता है, पुरे ट्रेक के दौरान आपको कभी-कभी एक समतल रास्ता मिलेगा और कभी-कभी एकदम सीधी खड़ी चढाई आ जाएगी। ट्रेक के दौरान आप को कई जगहों पर ढलान भी मिल सकती है।
केदारनाथ ट्रेक पर मिलने वाली सुविधाएं – Facilities available on Kedarnath trek in Hindi
गौरीकुंड से केदारनाथ की कुल पैदल दूरी 16 किलोमीटर है। किसी भी धार्मिक स्थल की पैदल यात्रा के लिए यह एक बहुत ही लंबी दूरी है। इसी वजह से केदारनाथ के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की इस पैदल यात्रा के आरामदायक और सुरक्षित बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन ने पूरे ट्रेक के दौरान बहुत सारी व्यस्थाएँ कर रखी है।
तीर्थ यात्रियों के आराम करने के लिए पूरे रास्ते मे कई विश्राम स्थल बनाये गए है। जगह-जगह पर पीने के पानी की व्यवस्था की गई है और शौचालय का निर्माण भी करवाया गया है।इसके अलावा तीर्थयात्रियों के खाने-पीने के लिए छोटी दुकानें और रेस्टोरेंट भी बने हुए है। अत्यधिक ऊंचाई पर स्थित होने की वजह से कई श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान हाई एल्टीट्यूड सिकनेस हो सकती है इस वजह से केदारनाथ ट्रेक पर कई जगहों पर मेडिकल सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है।
इन मेडिकल सेंटर पर आपनो प्राथमिक उपचार के साथ ऑक्सीजन की सुविधा भी मिल जाएगी। मंदिर परिसर के आसपास कई सरकारी विश्रामालय और कई निजी होटल भी बने हुए है जहाँ पर आप निर्धारित शुल्क देकर रुक सकते है।
केदारनाथ कैसे पहुँचे – How to Reach Kedarnath in Hindi
केदारनाथ यात्रा पर जाने वाले अधिकांश श्रद्धालु पैदल ही केदारनाथ यात्रा को पूरी करना पसंद करते है। लेकिन भगवान शिव के बहुत सारे श्रद्धालु ऐसे भी होते है जो कि यह यात्रा पैदल पूरी कर पाने मैं सक्षम नहीं होते है ऐसे श्रद्धालुओं के लिए स्थानीय प्रशासन ने केदारनाथ पूरी करने के लिए कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाई है।
जो श्रद्धालु केदारनाथ तक पैदल नहीं पहुँच सकते उनके लिए स्थानीय प्रशासन गौरीकुंड और सोनप्रयाग से पालकी, कांडी और पोन्नी (खच्चर) जैसी सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है। गौरीकुंड और सोनप्रयाग से मिलने वाली इन सुविधाओं का निर्धारित शुल्क देकर आप इन सुविधाओं का लाभ ले सकते है।
केदारनाथ में पोनी, कांडी और पालकी की दर सूची – Rate list of Ponies, Kandi and Palanquin in Kedarnath in Hindi
गौरीकुंड से केदारनाथ तक पालकी की दरें – Palaki Rates From Gaurikund To Kedarnath in Hindi
From | To | Distance (KMS) | Up to 75 kg
(In INR) |
Up to 90 kg
(In INR) |
More than 90 kg
(In INR) |
Gaurikund | Kedarnath | 16 km | 4550/- | 5550/- | 6550/- |
Gaurikund | Kedarnath & Return Trip | 32 km | 7950/- | 8950/- | 10650/- |
Kedarnath | Gaurikund | 16 km | 3950/- | 4950/- | 5850/- |
Gaurikund | Lincholi | 12 km | 3550/- | 4550/- | 5350/- |
Lincholi | Gauri kund Return Trip | 12 km | 2950/- | 3950/- | 4650/- |
Lincholi | Kedarnath | 04 km | 1550/- | 2550/- | 2950/- |
Kedarnath | Lincholii Return Trip | 04 km | 1350/- | 2350/- | 2700/- |
Lincholi | Kedarnath Return Trip | 48 km | 2350/- | 3350/- | 3900/- |
गौरीकुंड से केदारनाथ तक कांडी की दरें – Kandi Rates From Gaurikund To Kedarnath in Hindi
From | To | Distance (in Kms) | Hoti 25 kg (in INR) | Upto 50 Kg (In INR) |
Gaurikund | Kedarnath & Same Day Return Trip | 32 kms | 1900/- | 3350/- |
Gaurikund | Kedarnath | 32 kms | 1500/- | 2900/- |
गौरीकुंड / सोनप्रयाग से केदारनाथ तक पोनी की दरें – Ponies rates from Gaurikund / Sonprayag to Kedarnath in Hindi
From | To | Distance in Kms | Cost (In INR) |
Sonprayag | Kedarnath | 19 km | 2500/- |
Sonprayag | Lincholi | 16 km | 1800/- |
Sonprayag | Bhimbali | 11 km | 1150/- |
Sonprayag | Bherachatti | 18.5 km | 1800/- |
Sonprayag | Gaurikund | 05 km | 650/- |
Gaurikund | Kedarnath | 14 km | 2300/- |
Gaurikund | Lincholi | 11 km | 1600/- |
Gaurikund | Bhimbali | 06 km | 700/- |
Gaurikund | Sonprayag | 05 km | 550/- |
Bhimbali | Kedarnath | 08 km | 1200/- |
Kedarnath | Sonprayag | 19 km | 1700/- |
Kedarnath | Gaurikund | 14 km | 1500/- |
Kedarnath | Bhimbali | 08 km | 800/- |
Kedarnath | Lincholi | 03 km | 500/- |
Lincholi | Kedarnath | 03 km | 550/- |
Lincholi | Gaurikund | 11 km | 900/- |
Bhimbali | Gaurikund | 06 km | 700/- |
Bherachatti | Sonprayag | 16 km | 1250/- |
Lincholi | Sonprayag | 18.5 km | 1400/- |
Sonprayag | Choti Lincholi | 14 km | 1400/+ |
Choti Lincholi | Sonprayag | 14 km | 1100/- |
Gaurikund | Choti Lincholi | 09 km | 1000/- |
Choti Lincholi | Gaurikund | 09 km | 800/- |
नोट:-
01 पालकी, कांडी और पोन्नी (खच्चर) की दरें प्रति वर्ष स्थानीय प्रशासन के द्वारा निर्धारित की जाती है इसलिए यात्रा के दौरान किसी भी सुविधा का लाभ लेने से पहले उनकी वर्तमान दरों के बारे में पता जरूर कर लें।
02 स्थानीय प्रशासन पालकी, कांडी और पोन्नी (खच्चर) की दरों में बिना किसी पूर्व सुचना के बदलाव कर सकता है इसलिए यात्रा शुरू करने से पहले सम्बंधित विभाग से वर्तमान दरों के बारे में जरूर पता कर लें।
हेलीकाप्टर के केदारनाथ कैसे पहुंचे – How to reach Kedarnath by Helicopeter in Hindi
केदारनाथ दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पालकी, कांडी और पोन्नी (खच्चर) के अलावा स्थानीय प्रशासन हेलीकाप्टर की सुविधा भी उपलब्ध करवाता है। केदारनाथ के लिए हेलीकाप्टर सेवा देहरादून और फाटा गांव से उपलब्ध है।
हेलीकाप्टर से देहरादून से केदारनाथ की यात्रा करना बहुत ज्यादा महंगा होता है इसलिए अधिकांश श्रद्धालु केदारनाथ से कुछ किलोमीटर की दुरी पर स्थित फाटा गांव और सरसी गांव से केदारनाथ की हेलीकाप्टर यात्रा करना पसंद करते है। केदारनाथ के लिए कई निजी हेलीकाप्टर कम्पनीज अपनी सेवाएं उपलब्ध करवाती है।
इसलिए किसी भी हेलीकाप्टर कंपनी के साथ केदारनाथ यात्रा करने के लिए केदारनाथ यात्रा की वर्तमान दरों के बारे में जरूर पता कर लें।
From | To | Type of Ticket | Distance in Kms | Cost (In INR) |
Phata | Kedarnath | Return Ticket | 36 km | 4720/- |
Phata | Kedarnath | One way Ticket | 18 Km | 2360/- |
Kedarnath | Phata | One way Ticket | 18 km | 2360/- |
Sersi | Kedarnath | Same-day Return Ticket | 46 Km | 4680/- |
Sersi | Kedarnath | Next-day Return Ticket | 46 Km | 4680/- |
Sersi | Kedarnath | One way Ticket | 23 km | 2340/- |
Kedarnath | Sersi | One way Ticker | 23 Km | 2340/- |
नोट:-
01 हेलीकाप्टर से केदारनाथ यात्रा करने से पहले वर्तमान दरों के बारे में जरूर पता कर लें।
02 हेलीकाप्टर से केदारनाथ यात्रा की दरें प्रति वर्ष स्थानीय प्रशासन के द्वारा तय की जाती है इसलिए यात्रा शुरू करने से पहले एकबार वर्तमान दरों के बारे में जरूर पता कर लें।
03 हेलीकाप्टर की दरों में बिना किसी सुचना के बदलाव संभव है इसलिए यात्रा से पहले वर्तमान दरों के बारें में जरूर पता कर लें।
04 हेलीकाप्टर से केदारनाथ यात्रा शुरू करने से पहले यात्रा के नियम और शर्तों के बारे में जरूर पढ़ ले या फिर सम्बंधित संस्था से पूछ ले ताकि आपको केदारनाथ यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो।
केदारनाथ ट्रेक टिप्स और ट्रिक्स – Kedarnath Trek Tips & Tricks in Hindi
01 दिल, हाई ब्लड प्रेशर और सांस की बीमारी वाले लोगो को केदारनाथ ट्रेक करने से पहले डॉक्टर से परार्मश लेना बहुत जरुरी है।
02 अगर पालकी, कांडी और पोन्नी (खच्चर) से केदारनाथ यात्रा कर रहे है तो गौरीकुंड और सोनप्रयाग पर बने हुए बुकिंग काउंटर पर पहले ही बुकिंग करवा लें।
03 केदारनाथ ट्रेक आप सुबह जल्दी शुरू करें तो अच्छा है। सुबह 04:00 बजे से लेकर दोपहर के 01:30 बजे तक ही केदारनाथ ट्रेक शुरू करने की अनुमति है।
04 अगर आप देरी से ट्रेक शुरू करते है तो आप रात को जंगल चट्टी, भीमबली और लिनचोली में बने हुए विश्राम स्थल में रुककर अगले दिन ट्रेक दोबारा शुरू करें। रात के समय केदारनाथ ट्रेक करना सुरक्षित नहीं माना जाता है।
05 केदारनाथ यात्रा के समय अपने आइडेंटिटी प्रूफ जरूर साथ में रखें।
06 दैनिक दिनचर्या का सामान जरूर साथ में रखें।
07 अगर मानसून के मौसम में केदारनाथ ट्रेक कर रहें है तो वाटरप्रूफ बैग और पोंचो जरूर साथ में रखे। ताकि आपके कपड़े और इलेक्ट्रॉनिक सामान सुरक्षित रहे। मानसून के मौसम में वाटरप्रूफ जूते पहन कर ही केदारनाथ ट्रेक करें।
08 केदारनाथ यात्रा के समय मौसम के हिसाब से कपडे पहने । गरम कपडे जरूर साथ में रखें ।
09 ट्रेक के दौरान टोर्च, ट्रैकिंग शूज और ट्रैकिंग पेंट का उपयोग करेंगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा ।
10 इलेक्ट्रॉनिक सामान के लिए एक्स्ट्रा बैटरी जरूर साथ में रखें ।
11 केदारनाथ यात्रा के समय प्राथमिक उपचार का मेडिकल किट जरूर साथ में रखें ।
सड़क मार्ग से केदारनाथ कैसे पहुँचे – How to reach Kedarnath By Road in Hindi
केदारनाथ भारत के सबसे बड़े धार्मिक स्थलों में से एक है। अगर आप सड़क मार्ग से केदारनाथ तक पहुँचना चाहते है तो आपको सबसे पहले गौरीकुंड पहुँचना होगा यहाँ से फिर आप 16 किलोमीटर पैदल ट्रेक करके के केदारनाथ पहुँच सकते है।
गौरीकुंड के अलावा आप सोनप्रयाग भी पहुँच सकते है यहाँ से आपको गौरीकुंड के लिए जीप और टैक्सी सर्विस मिल जायेगी जो की