सापुतारा हिल स्टेशन गुजरात 2024 | 15 Places To Visit In Saputara in Hindi 2024 | 15 Best Places to Visit in Saputara in Hindi 2024 | Things to Do in Saputara in Hindi | Best Time to Visit in Saputara | Saputara Travel Guide in Hindi 2024
सापुतारा का इतिहास – History of Saputara in Hindi
गुजरात में सापुतारा एक ऐसा आदिवासी क्षेत्र है जहाँ पर होली और नागपंचमी के त्यौहार के समय यहाँ रहने वाले आदिवासी सर्पगंगा नदी के किनारे पर सापों की पूजा करते है इसलिए इस जगह को सापुतारा कहा जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान राम ने अपने वनवास के 11 वर्ष इसी क्षेत्र के आसपास बिताये थे।
गुजरात के डांग जिले में स्थित सापुतारा गुजरात का एकमात्र हिल स्टेशन है। गुजरात और महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित सापुतारा हिल स्टेशन की समुद्रतल से ऊंचाई 1000 मीटर है। सापुतारा हिल स्टेशन महाराष्ट्र के सह्याद्रि पर्वतमाला में बसा हुआ एक बहुत खूबसूरत और शांत पर्वतीय क्षेत्र है।
यहाँ की भौगोलिक परिस्थित ऐसी है की यहाँ पर गर्मियों के मौसम में भी बहुत तेज गर्मी नहीं पड़ती। गर्मियों के मौसम में यहाँ पर अधिकतम तापमान 30° डिग्री तक ही जाता है। यहाँ के स्थानीय निवासी अधिकतर आदिवासी है और अपने जीवन यापन के लिए खेती और पशुपालन पर ज्यादा निर्भर है। यह लोग सामान्य बोल चाल की भाषा में डांगी और कूकना भाषा का ज्यादा उपयोग करते है।
सापुतारा में घूमने के लिए सबसे अच्छे स्थान – Places to visit in Saputara in Hindi
गिरा जलप्रपात सापुतारा – Gira waterfall Sapurtara in Hindi
सापूतारा जाने रास्ते में डांग जिले के वघई के पास स्थित एक छोटे से स्थान गिरमल के पास यह सुंदर गिरा जलप्रपात स्थित है। स्थानीय लोग इस झरने को गिरमल झरना भी कहते है। गिरमल जलप्रपात गुजरात का सबसे बड़ा झरना है। यह झरना गुजरात के सापुतारा में स्थित सतपुड़ा के पहाड़ो से रास्ता बनाते हुए मैदानी इलाकों में बहने वाली एक छोटी सी गिरा नदी में से निकलता है और अम्बिका नदी में मिल जाता है।
गिरा नदी की लंबाई मात्र 130 किलोमीटर है। गिरा झरना लगभग 30 मीटर की ऊंचाई से अम्बिका नदी में गिरता है। गिरा जलप्रपात को गुजरात का नियाग्रा वॉटरफॉल भी कहा जाता है। झरने के आसपास बड़ी-बड़ी चट्टाने है जिन पर बैठ कर आप गिरा वॉटरफॉल का आनन्द ले सकते है। गिरा वॉटरफॉल एक बरसाती झरना है इसलिए इस देखने के लिए आप को मानसून के समय इस जगह पर जाना चाहिए। गिरा वॉटरफॉल के सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन वघई रेलवे स्टेशन है।
गिरा जलप्रपात सापुतारा देखने का समय – Gira waterfalls Saputara Timings in Hindi
सुबह 08:00 बजे से शाम को 05:00 बजे तक।
गिरा जलप्रपात सापुतारा में प्रवेश शुल्क – Gira waterfalls Saputara Entry Fee in Hindi
प्रवेश निःशुल्क।
वाहन पार्किंग शुल्क – 50/- INR
सनसेट पॉइंट सापुतारा – Sunset Point Saputara in Hindi
सापुतारा में स्थित सनसेट पॉइंट को गांधी शिखर के नाम से भी जाना जाता है। सापुतारा में सबसे ज्यादा पर्यटक इसी स्थान पर देखे जा सकते है। मुख्य शहर से सनसेट पॉइंट की दूरी मात्र 2 किलोमीटर है। सापुतारा के सनसेट पॉइंट से सहयाद्री पर्वतमाला के पहाड़ों और मैदानी क्षेत्रों दूर तक फैले हुए आदिवासी गाँवों के दृश्य देखना बहुत सुखद अनुभूति प्रदान करता है। सनसेट पॉइंट के पास में खाने-पीने की बहुत सारी दुकाने बनी हुई है और बच्चों के मनोरंजन के लिए यहाँ पर ऊंट, घोड़ा और बच्चों इलेक्ट्रॉनिक कार की सवारी करवाई जा सकती है।
सनसेट पॉइंट सापुतारा देखने का समय – Sunset Point Supatara Timings in Hindi
दिन के किसी भी समय।
सनसेट पॉइंट सापुतारा में प्रवेश शुल्क – Suntset Point Saputara Entry Fee in Hindi
प्रवेश निःशुल्क।
सापुतारा आदिवासी संग्रहालय – Saputara Tribal Museum in Hindi
डांग जिले में स्थित सापुतारा हिल स्टेशन की मुख्य आबादी यहाँ रहने वाले आदिवासी समुदाय के लोग है। सापुतारा के आसपास के इलाकों में भील, डांग और कुनबी जैसे आदिवासी समुदाय ज्यादा संख्या में रहते है। इस आदिवासी संग्रहालय में यहाँ रहने वाले आदिवासी समुदाय के लोगों की जीवन शैली को बहुत नजदीकी से दिखाया गया है।
संग्रहालय में इन लोगों के आभूषण और पहनावे से लेकर इनकी दैनिक दिनचर्या में काम आने वाली सामग्री जैसे इनके पारम्परिक लेख और इनके घर की वस्तुएँ आदि को दिखाया गया है। इसके अलावा इन आदिवासी समुदायों की संस्कृति इनका लोक संगीत और इनके द्वारा उपयोग मे लाये जाने वाले वाद्ययंत्र को भी इस आदिवासी संग्रहालय में प्रदर्शित किया गया है।
संग्रहालय में जितनी भी कलाकृतियाँ बनी हुई है सभी की जभी एकदम जीवंत महसूस होती है। इस संग्रहालय में यहाँ आदिवासी समुदाय की जीवन शैली, संस्कृति और इतिहास से जुड़ी कार्यशालाएं पूरे वर्ष आयोजित की जाती है।
सापुतारा आदिवासी संग्रहालय देखने का समय – Supatara Tribal Museum Timings in Hindi
सापुतारा आदिवासी संग्रहालय सुबह 10:00 से लेकर शाम को 5:30 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है |
सापुतारा आदिवासी संग्रहालय में प्रवेश शुल्क – Supatara Tribal Museum Entry Fee in Hindi
संग्रहालय में पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 10/- रूपए निर्धारित किया गया है |
इको पॉइंट सापुतारा – Eco Point Saputara in Hindi
सापुतारा हिल स्टेशन के चारों तरफ फैले हुई सह्याद्रि पर्वतमाला के खूबसूरत नजारों को देखने के लिए सापुतारा का नव निर्मित इको पॉइंट सबसे अच्छी जगह है । गुजरात पर्यटन विभाग ने पुराने इको पॉइंट की जगह एक सापुतारा में एक नया इको पॉइंट बनाया है । नया इको पॉइंट थोड़े ही समय में पर्यटकों और स्थानीय निवासियों में खूब प्रसिद्ध हो गया है ।
इको पॉइंट से जोर से आवाज़ लगाने पर आप को आवाज पहाड़ो से टकरा कर वापस सुनाई देती है इसलिए इस जगह को इको पॉइंट कहा जाता है । नए इको पॉइंट में लैंडस्केपिंग का उपयोग करके बहुत गार्डन बने गया है। परिवार और मित्रों के साथ पिकनिक मनाने के लिए सापुतारा का इको पॉइंट वर्तमान में सबसे अच्छी जगहों में से एक जगह है।
इको पॉइंट सापुतारा देखने का समय – Eco Point Saputara Timings in Hindi
पर्यटकों के लिए इको पॉइंट सुबह 7:00 बजे से लेकर शाम को 7:00 बजे तक खुला रहता है।
इको पॉइंट सापुतारा में प्रवेश शुल्क – Eco Point Saputara Entry Fee in Hindi
प्रवेश निःशुल्क ।
सापुतारा लेक गार्डन – Saputara Lake Garden in Hindi
सापुतारा लेक के किनारे पर बना हुआ लेक गार्डन सापुतारा में शाम के वक़्त परिवार के साथ समय बिताने के लिए सापुतारा के सबसे उपयुक्त स्थानों में से एक स्थान है। सापुतारा झील के किनारे पर बना हुआ सापुतारा लेक गार्डन एक बहुत व्यस्थित तरीके से बना हुआ एक खूबसूरत उद्यान है। लेक गार्डन के आसपास अलग-अलग तरह की दुर्लभ प्रजाति के पेड़ पौधे उद्यान की सुंदरता बढ़ाने का काम करते है।
आप कई घंटो तक सापुतारा लेक गार्डन में झील के किनारे बैठ कर सापुतारा लेक से बह कर आती हुई ठंडी हवा का बेहद सुखद अनुभव पप्राप्त कर सकते है। लेक गार्डन में परिवार और बच्चों के खलने के लिए खेल मैदान बना हुआ है।
सापुतारा लेक गार्डन देखने का समय – Saputara Lake Garden Timings in Hindi
पर्यटक सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम को 8:00 बजे तक सापुतारा लेक गार्डन में घूमने जा सकते है।
सापुतारा लेक गार्डन में प्रवेश शुल्क – Saputara Lake Garden Entry Fee in Hindi
प्रवेश निःशुल्क ।
रोज गार्डन सापुतारा – Rose Garden in Saputara
सापुतारा लेक गार्डन के समीप स्थित रोज गार्डन सापुतारा में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले उद्यानो में से एक है। इसका मुख्य कारण यहाँ पर लगाई गई विभिन्न प्रकार के फूलों की प्रजातियां जो की यहाँ आने वाले सभी पर्यटकों को आकर्षित करती है। रोज गार्डन में सबसे ज्यादा गुलाब के पौधे की अनेक प्रजातियां लगाई गई है।
गुलाब के फूलों की प्राकृतिक महक की वजह से रोज गार्डन का माहौल खुशबूदार बना रहता है। सापुतारा में अपने प्रियजनों के साथ रोज गार्डन फ़ोटो लेने के लिए सबसे उपयुक्त स्थानों में से एक है। सापुतारा के रोज गार्डन में बारिश के मौसम के बाद जाना सबसे सही समय रहता है।
रोज गार्डन सापुतारा देखने का समय – Rose Garden Saputara Timings in Hindi
रोज गार्डन सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम को 5:00 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है।
रोज गार्डन सापुतारा में प्रवेश शुल्क – Rose Garden Saputara Entry Fee in Hindi
प्रवेश निःशुल्क ।
स्टेप गार्डन सापुतारा – Step Garden Saputara in Hindi
सापुतारा में स्थानीय निवासी और आसपास के शहरों से लोग सप्ताहांत के समय पिकनिक मनाने के लिए आते रहते है। इसलिए सापुतारा में लेक गार्डन और रोज गार्डन के अलावा एक और प्रसिद्ब गार्डन बना हुआ है जिसे स्टेप गार्डन के नाम से जाना जाता है। सप्ताहांत के समय यहाँ स्टेप गार्डन में लोग पिकनिक करते हुए मिल जाते है।
इस उद्यान का निर्माण के समय स्टेप पैटर्न का भरपूर उपयोग किया गया है इस वजह से स्टेप गार्डन सापुतारा के अन्य उद्यानों से अलग नजर आता है। उद्यान को आकर्षक बनाने के लिए तरह-तरह पौधे लगाए गए है। तथा बच्चों के मनोरंजन के लिये उद्यान में स्लाइड्स बनाये गए है।
सप्ताहांत के समय सापुतारा में पिकनिक मनाने के लिए स्टेप गार्डन सबसे उपयुक्त जगहों में से एक है।
स्टेप गार्डन सापुतारा देखने का समय – Step Garden Saputara Timings in Hindi
स्टेप गार्डन पर्यटकों के लिए सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम को 5:00 बजे तक खुला रहता है।
स्टेप गार्डन सापुतारा में प्रवेश शुल्क – Step Garden Saputara Entry Fee in Hindi
प्रवेश शुल्क – 10/- रुपये
सापुतारा झील – Saputara Lake in Hindi
सापुतारा में सबसे ज्यादा पर्यटक अगर किसी जगह पर स्थान पर देखे जा सकते जाते है तो वो स्थान है सापुतारा झील। सापुतारा हिल स्टेशन का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला स्थान है सापुतारा झील। सापुतारा झील मानव निर्मित झील है जो की चारों तरफ से पहाड़ों से घिरी हुई है। आसपास के पहाड़ों की वजह से झील के ख़ूबसूरती और भी बढ़ जाती है।
बारिश के मौसम में जब बादल पहाड़ों से आकर इस झील को ढक लेते है तो झील का यह दृश्य बड़ा ही मन मोहक होता है। सीजन के समय सापुतारा झील में अधिकांश लोग बोटिंग करते हुए दिखाई दे जाते है। झील के आसपास फ़ूड जाने, फन एक्टिविटी और स्टॉल बने हुए है। सापुतारा झील के पास में बने हुए गार्डन में लोग अधिकांश समय पिकनिक मानते रहते है।
सापुतारा झील देखने का समय – Saputara Lake Timings in Hindi
पर्यटक सुबह 9:00 बजे से लेकर रात को 8:00 बजे तक घूमने का लिए जा सकते है।
सापुतारा झील में प्रवेश शुल्क – Saputara Entry Fee in Hindi
प्रवेश निःशुल्क ।
सापुतारा झील में बोटिंग फीस – Saputara Boating Fee in Hindi
01 Pedal boat – 35/- INR
02 4 seater boat – 140/- INR
03 5 seater boat – 175/- INR
04 6 seater boat – 210/- INR
05 Row boat – 25/- INR
सनराइज पॉइंट सापुतारा – Sunrise Point Saputara in Hindi
सापुतारा हिल स्टेशन के एक पहाड़ की चोटी पर बना हुआ सनराइज पॉइंट मुख्य शहर से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। सनराइज पॉइंट तक पहुंचने के लिए आप को 35 से 40 मिनट पहाड़ पर बनी हुई पगडंडी पर पैदल चलना होगा। सनराइज पॉइंट से सूर्योदय के अलावा सह्याद्रि पर्वतमाला के प्राकृतिक दृश्य बहुत आप को इस स्थान पर लंबे समय तक रोके रखते है।
और अगर आप बारिश के मौसम में सापुतारा के सनराइज पॉइंट पर आते है तो आसपास के पहाड़ों से बरसाती झरने गिरते हुए दिखाई दे देते है।
सनराइज पॉइंट सापुतारा देखने का समय – Sunrise Point Saputara Timings in Hindi
सनराइज पॉइंट से उगते हुए सूरज को देखने के लिए आप को सुबह 5:00 बजे से पहले यहाँ पर आना होगा बाकी अगर आप को यहाँ से सिर्फ प्राकृतिक दृश्य देखने है तो आप दिन के किसी भी समय सनराइज पॉइंट पर आ सकते है।
सनराइज पॉइंट सापुतारा में प्रवेश शुल्क – Sunrise Point Saputara Entry Fee in Hindi
प्रवेश निःशुल्क ।
गवर्नर हिल सापुतारा – Governer Hill Saputara in Hindi
सापुतारा में स्थित गवर्नर हिल को उसकी सपाट सतह के कारण टेबल व्यू पॉइंट के नाम से भी जानते है। गवर्नर हिल व्यू पॉइंट से सापुतारा में स्थित पहाड़ो में से मैदानी इलाकों में जाते घुमावदार रास्ते मनमोहन वाले दृश्य प्रस्तुत करते है। गवर्नर हिल पर घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए यहाँ पर कई तरह की साहसिक गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। जिप लाइनिंग, रोप वे, बाइक राइडिंग, हॉर्स राइडिंग और कैमल राइडिंग जैसी रोमांचक गतिविधियों का सापुतारा में आनंद लेने के लिए गवर्नर हिल सबसे उपयुक्त स्थान है।
हथगढ़ फोर्ट सापुतारा – Hathgarh Fort Saputara in Hindi
सापुतारा से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हतगढ़ फोर्ट सह्याद्रि पर्वतमाला का एक और प्रसिद्ध दर्शनीय पर्यटक स्थल है। यह किला महाराष्ट्र के नासिक जिले के मुल्हेर नामक स्थान पर स्थित है। छत्रपति शिवाजी महाराज ने हतगढ़ किले का निर्माण करवाया था। छत्रपति शिवाजी महाराज इस किले का उपयोग दुश्मनों के आक्रमण पर निगरानी रखने के लिए किया करते थे।
एक तरह से हतगढ़ फोर्ट छत्रपति शिवाजी महाराज के लिए वॉचटावर का काम करता था। समुद्रतल से हतगढ़ फोर्ट की ऊंचाई लगभग 3600 फ़ीट के आसपास है। किले तक पहुंचने के लिए आप को थोड़ी से चढ़ाई करनी पड़ेगी। बारिश के मौसम में किले में बनी हुई सीढ़ियों में तेजगति से बारिश का पानी बहता रहता है जिससे एक तरह का रोमांचक अनुभव महसूस होता है।
किले से सह्याद्रि पर्वतमाला की तलहटी में बसे हुए गाँवो के बेहद खूबसूरत दृश्य दिखाई देते है।
हथगढ़ फोर्ट सापुतारा देखने का समय – Hathgarh Fort Saputara Timings in Hindi
हतगढ़ फोर्ट पर्यटकों के लिए सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम को 5:00 तक खुला रहता है।
हथगढ़ फोर्ट सापुतारा में प्रवेश शुल्क – Hathgarh Fort Saputara Entry Fee in Hindi
प्रवेश निःशुल्क ।
नागेश्वर महादेव मंदिर सापुतारा – Nageshwar Mahadev Temple Saputara in Hindi
सापुतारा हिल स्टेशन में स्थिति नागेश्वर महादेव मंदिर की मुख्य शहर से दूरी मात्र 1.5 किलोमीटर है। भगवान शिव को समर्पित नागेश्वर महादेव मंदिर सापुतारा झील के दक्षिण भाग में स्थिति एक पुराना मंदिर है। नागेश्वर महादेव मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ज्योतिर्लिंग है।
वैसे तो पूरे वर्ष श्रद्धालु और पर्यटक नागेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन के लिए आते रहते है। लेकिन शिवरात्रि के समय में मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी इजाफा हो जाता है। पुरषों को मंदिर में दर्शन के समय पुजारी द्वारा दी गई धोती पहनना आवश्यक है।
नागेश्वर महादेव मंदिर सापुतारा में दर्शन का समय – Nageshwar Mahadev Temple Saputara Timings in Hindi
सुबह 7:00 बजे से लेकर शाम को 9:00 बजे तक मंदिर श्रद्धालु और पर्यटकों के दर्शन के लिए खुला रहता है।
नागेश्वर महादेव मंदिर सापुतारा में प्रवेश शुल्क – Nageshwar Mahadev Temple Saputara Entry Fee in Hindi
प्रवेश निःशुल्क ।
वघई बॉटनिकल उद्यान सापुतारा – Wagahi Botanical Park Saputara in Hindi
अगर आप सूरत से सापुतारा जा रहे है तो सापुतारा से 50 किलोमीटर पहले वघई बॉटनिकल उद्यान आता है। सापुतारा पहुंचने से पहले अपनी थकान उतारने के लिए यह उद्यान सबसे उपयुक्त जगहों में से एक है। सह्याद्रि पर्वतमाला की तलहटी में स्थित यह बॉटनिकल उद्यान 24 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में फैला हुआ एक समृद्द उद्यान है।
वघई बॉटनिकल उद्यान में लगभग 1400 के आसपास पौधों की प्रजातियां देखने को मिलती है। इस उद्यान के आकर्षण का मुख्य केंद्र यहां पाई जाने वाली बाँस की अलग-अलग किस्में है। यहाँ आने वाले पर्यटकों के रुकने और खाने-पीने के लिए उद्यान में कैंटीन भी बना हुआ है।
वघई बॉटनिकल उद्यान में प्रतिवर्ष लगभग 1 लाख के आसपास पर्यटक घूमने आते है।
वघई बॉटनिकल उद्यान सापुतारा में प्रवेश का समय – Wagahi Botanical Park Saputara Timings in Hindi
वघई बॉटनिकल उद्यान सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम को 6:00 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है।
वघई बॉटनिकल उद्यान सापुतारा में प्रवेश शुल्क – Wagahi Botanical Park Saputara Entry Fee in Hindi
पर्यटकों के लिए उद्यान में प्रवेश शुल्क 10/- निर्धारित किया गया है और बच्चों के लिए प्रवेश शुल्क 5/- रुपए निर्धारित किया गया है।
वासन्दा राष्ट्रीय उद्यान – Vansada National Park in Hindi
सापुतारा से वासन्दा राष्ट्रीय उद्यान की दूरी 53 किलोमीटर है। गुजरात के नवसारी जिले में स्थित वासन्दा राष्ट्रीय उद्यान मात्रा 23 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ एक कम आकार का राष्ट्रीय उद्यान है। वासन्दा राष्ट्रीय उद्यान का वन क्षेत्र काफी घना और गहरा है उद्यान के अंदर कई स्थान तो ऐसे है जहाँ पर गर्मियों के मौसम में भी सूर्य की रोशनी नहीं पहुँचती है।
उद्यान के ऐसे स्थानों में दिन के समय में भी अंधेरा रहता है। वासन्दा राष्ट्रीय उद्यान का मुख्य शिकारी जानवर तेंदुआ है और इसके अलावा उद्यान में लकड़बग्गा, जंगली सुअर, सांभर और चार सींग वाले हिरण देखने के लिए मिल जाते है। वन्यजीवों के अलावा यह राष्ट्रीय उद्यान बहुत सारे प्रवासी पक्षियों का भी घर है।
वासन्दा राष्ट्रीय उद्यान में लगभग 450 के आसपास पेड़-पौधों की प्रजातियां देखने को मिल जाती है जिनमें बाँस, हम्ब, मोद, शीसम और दुधकोद जैसे पेड़ मुख्य रूप से पाये जाते है। बहुत सारे आदिवासी समुदाय आज भी वासन्दा राष्ट्रीय उद्यान को अपना निवास स्थान बनाये हुए है। वासन्दा राष्ट्रीय उद्यान की और अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।
पूर्णा वन्यजीव अभ्यारण गुजरात -Purna Wildlife Sanctuary in Hindi
गुजरात के डांग जिले में स्थित पूर्णा वन्यजीव अभ्यारण का नामकरण इस क्षेत्र में बहने वाली पूर्णा नदी के नाम पर किया गया है। सापुतारा से पूर्णा वन्यजीव अभ्यारण की दूरी मात्र 70 किलोमीटर है। यह वन्यजीव अभ्यारण्य लगभग 160 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ वन क्षेत्र है और इतनी छोटे आकार का जंगल होने के बाद भी यहाँ पर 700 से ज्यादा प्रकार के पेड़-पौधों की प्रजातियां पाई जाती है।
इस वजह से वनस्पति विज्ञान में रुचि रखने वालों यात्रियों और खोजकर्ताओं के लिए पूर्णा वन्यजीव अभ्यारण किसी स्वर्ग से कम नहीं है। पूर्णा वन्यजीव अभ्यारण का मुख्य शिकारी तेंदुआ है और इसके अलावा इस वन्यजीव अभ्यारण में 139 के आसपास प्रवासी पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती है। इसके अलावा इस वन्यजीव अभ्यारण में आपको 100 से ज्यादा तरह की मकड़ियां देखने को मिल सकती है। पूर्णा वन्यजीव अभ्यारण की और अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।
सापुतारा में स्थानीय भोजन – Local Food in Saputara in Hindi
एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल होने की वजह से सापुतारा में बहुत सारे रेस्टोरेंट और भोजनालय बने हुए है। सापुतारा में लगभग सभी तरह की भारतीय व्यंजन जैसे गुजराती, पंजाबी और दक्षिण भारतीय व्यंजन खाने के लिए मिल जाएँगे। इसके अलावा आप को अगर चाइनीज और फ़ास्ट फ़ूड खाना पसंद है तो यहाँ पर बहुत सारे स्टॉल बने हुए है जिन पर यह सब आप को आसानी से मिल जायेंगे। सापुतारा हिल स्टेशन पर कई स्थानीय आदिवासी लोग जंगल से लाकर फल बेचते हुए मिल जाएंगे इन आदिवासी लोगों से भी आप खाने के लिए फल खरीद सकते है।
सापुतारा में होटल – Hotel in Saputara in Hindi
बहुत सारी ट्रेवल वेबसाइट और ऑनलाइन होटल बुकिंग वेबसाइट के द्वारा आप सापुतारा में अपने लिए रूम बुक कर सकते है। इसके अलावा आप चाहे तो सापुतारा में आने के बाद भी होटल या फिर लॉज में रूम बुक कर सकते है। सापुतारा के आसपास बहुत सारे रिसोर्ट भी बने हुए है अपने परिवार के साथ सप्ताहांत के समय इन रिसोर्ट में समय बिताया जा सकता है। ट्रेवल वेबसाइट और ऑनलाइन होटल बुकिंग वेबसाइट पर्यटकों के लिए सापुतारा घूमने के लिए अलग-अलग पैकेज भी देती रहती है।
सापुतारा का स्थानीय बाजार – Saputara Local Market in Hindi
सापुतारा में आदिवासियों द्वारा बनाये गए हस्तशिल्प से निर्मित वस्तुओं को खरीदा जा सकता है इनके के अलावा सापुतारा में स्थित मधुमक्खी पालन केंद्र से शहद खरीदा जा सकता है। सापुतारा के रास्ते में आने वाले अहवा गाँव से यहाँ की प्रसिद्ध डांगी साड़ी और घर के सजावट के बाँस की लकड़ी से बने हुए लैम्प भी खरीदे जा सकते है।
सापुतारा कैसे पहुँचे – How to reach Saputara in Hindi
हवाईजहाज से सापुतारा कैसे पहुँचे – How to reach Saputara By Flight in Hindi
सापुतारा के सबसे नजदीकी हवाई अड्डा नासिक का ओज़र एयरपोर्ट है। नासिक के ओज़र एयरपोर्ट से सापुतारा की दूरी मात्र 70 किलोमीटर है। नासिक एयरपोर्ट के अलावा मुम्बई का छत्रपति शिवाजी अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट सापुतारा के सबसे बढ़िया और नजदीकी एयरपोर्ट है। मुम्बई एयरपोर्ट से सापुतारा की दूरी 250 किलोमीटर के आसपास है। मुम्बई एयरपोर्ट पर लगभग दुनिया के सभी देशों की फ्लाइट ऑपरेट की जाती है। मुम्बई या फिर नासिक एयरपोर्ट से आप बस या फिर टैक्सी के द्वारा सापुतारा बहुत आसानी से पहुंच सकते है।
रेल से सापुतारा कैसे पहुँचे – How to reach Saputara By Train in Hindi
सापुतारा के सबसे नजदीकी रेल्वे स्टेशन वघई रेल्वे स्टेशन है। वघई रेल्वे स्टेशन से सापुतारा की दूरी मात्र 52.5 किलोमीटर है। अहमदाबाद, सूरत और मुंबई जैसे देश के प्रमुख रेल्वे स्टेशन से वघई के लिए नियमित रेल चलती है। वघई रेलवे स्टेशन आल बस और टैक्सी सर्विस के द्वारा सापुतारा आसानी से पहुँच सकते है।
सड़क मार्ग से सापुतारा कैसे पहुँचे – How to reach Saputara By Road in Hindi
अगर आप सड़क मार्ग द्वारा सापुतारा आने की योजना बना रहे है तो गुजरात और महाराष्ट्र की सरकारी बस सेवा नियमित रूप से उपलब्ध रहती है। इसके अलावा निजी बस सेवाओं के द्वारा भी सापुतारा बहुत आसानी से पहुंचा जा सकता है। सूरत, अहमदाबाद, नासिक और मुम्बई जैसे शहरों से आप टैक्सी और कैब किराये पर लेकर भी सापुतारा पहुंचा जा सकता है। अपने निजी वाहन से या फिर खुद की बाइक राइड करके सापुतारा आना भी आप के लिए एक रोमांचक अनुभव साबित हो सकता है।
(अगर आप मेरे इस आर्टिकल में यहाँ तक पहुंच गए है तो आप से एक छोटा से निवदेन है की नीचे कमेंट बॉक्स में इस लेख से संबंधित आपके सुझाव जरूर साझा करें, और अगर आप को कोई कमी दिखे या कोई गलत जानकारी लगे तो भी जरूर बताए। में यात्रा से संबंधित जानकारी मेरी इस वेबसाइट पर पोस्ट करता रहता हूँ, अगर मेरे द्वारा दी गई जानकारी आप को पसंद आ रही है तो आप अपने ईमेल से मेरी वेबसाइट को सब्सक्राइब जरूर करे, धन्यवाद )